नई दिल्ली- चीन में कोरोना की लहर के बीच भारत में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सरकार पहले ही सचेत हो गई है। पीएम मोदी की कोरोना समीक्षा बैठक के एक दिन बाद ही सरकार ने अहम फैसला लेते हुए इंट्रानेजल वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। भारत बायोटेक की इस नेजल वैक्सीन को बूस्टर खुराक के तौर पर इस्तेमाल की आज से ही इजाजत दे दी गई है। हालांकि ये वैक्सीन अभी केवल प्राइवेट अस्पतालों में मिलेगी।
केंद्र सरकार द्वारा इससे पहले भी नेजल वैक्सीन को मंजूरी दी गई थी। 6 सितंबर को भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) ने उस समय केवल आपातकालीन उपयोग के लिए इसको मंजूरी दी थी। डीसीजीआई ने 18 साल के ऊपर के लोगों को इसकी मंजूरी दी थी।
टीका नहीं नाक से दी जाती है वैक्सीन
यह वैक्सीन टीके के जरिए नहीं दी जाती है। इसकी खासियत यही है कि वैक्सीन को नाक में स्प्रे करने के माध्यम से दिया जाता है। फिलहाल सरकार ने 18 साल के उपर के लोगों के लिए ही इसको मंजूरी दी है जो प्राइवेट अस्पताल में जाकर लगवा सकेंगे।
CoWIN ऐप पर मिलेगी नेजल वैक्सीन
भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान की सफलता के पीछे CoWIN ऐप को माना जाता है। वैक्सीन की उपलब्धता के बारे में रियल टाइम जानकारी देने वाले इस ऐप के जरिए लोग अपना स्लॉट बुक करवाने में काफी सहायता पाते थे। इस बीच सरकार आज शाम से इस ऐप पर नेजल वैक्सीन की उपलब्धता की भी जानकारी देगी।