नई दिल्ली – 24 अक्टूबर, गुरुवार को पुष्य नक्षत्र रहेगा। गुरुवार को होने वाले पुष्य नक्षत्र को गुरु पुष्य या मिनी धनतेरस भी कहते हैं। इस योग में खरीदारी और नई शुरुआत करना शुभ माना जाता है।हर साल दीपावली से करीब 7 दिन पहले पुष्य नक्षत्र आता है। इसी दिन से दिवाली की खरीदारी भी शुरू हो जाती है। नया काम या बिजनेस भी शुरू किया जाता है।24 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र सूर्योदय के साथ शुरू होगा और पूरे दिन रहेगा। इस दिन महालक्ष्मी, सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, पारिजात, बुधादित्य और पर्वत योग भी बन रहे हैं।एक दिन में इतने शुभ योग होने से खरीदारी, निवेश और नई शुरुआत के लिए महामुहूर्त बन गया है। ज्योतिषियों का गणित कहता है कि खरीदारी का ऐसा मुहूर्त पिछले 752 सालों में नहीं बना।
इस संयोग में खरीदारी से मिल सकता है लंबे समय तक फायदा
ज्योतिषियों का मानना है कि इतने शुभ योग के प्रभाव से लंबे समय तक धन लाभ, सुख और समृद्धि मिलेगी। इस संयोग में सोना-चांदी, बर्तन, कपड़े, फर्नीचर, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, व्हीकल और प्रॉपर्टी की खरीदारी कर सकते हैं। रियल एस्टेट में किया निवेश भी लंबे समय तक फायदा देने वाला रहेगा। बिजनेस के बड़े सौदों के लिए भी यह दिन फायदेमंद रहेगा।
धन, यश और वैभव का नक्षत्र है पुष्य, इसलिए खरीदारी और निवेश की मान्यता
27 नक्षत्रों में आठवां नक्षत्र है पुष्य। इसे नक्षत्रों का राजा भी माना जाता है। यह धन, यश और वैभव का प्रतीक है, इसलिए पुष्य नक्षत्र में शुभ कामों की शुरुआत, प्रॉपर्टी, व्हीकल की खरीदारी और निवेश करने की परंपरा चली आ रही है। माना जाता है इस नक्षत्र में सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है। पुष्य को सबसे अच्छा नक्षत्र माना जाता है। इसे शास्त्रों में अमरेज्य भी कहा गया है। यानी वो नक्षत्र जो जीवन में स्थिरता और अमरता लाता है। इस दौरान लंबे समय तक चलने वाले स्थायी काम करने चाहिए।