मंगला गौरी व्रत : हिंदू धर्म में सावन महीने के सोमवार और मंगलवार को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है. भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है, वहीं अखंड सौभाग्य और वैवाहिक सुख पाने के लिए सावन के मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है.मंगला गौरी व्रत मां पार्वती को समर्पित है और इस दिन भगवान शिव-माता गौरी की पूजा की जाती है. आज 11 जुलाई 2023 को सावन का दूसरा मंगला गौरी व्रत है.
सावन के दूसरे मंगला गौरी व्रत पर बने शुभ योग
हिंदू पंचांग के अनुसार आज 11 जुलाई 2023 को दूसरा मंगला गौरी व्रत रखा जा रहा है. आज मंगला गौरी व्रत पर कई शुभ योग बन रहे हैं. आज अमृत सिद्धि और सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. ये योग सुबह सूर्योदय से शाम 7 बजकर 4 मिनट तक रहेंगे.
मंगला गौरी व्रत पूजा विधि और मंत्र
मंगला गौरी व्रत के दिन स्नान करके श्रृंगार करें, मां गौरी का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प लें. फिर शुभ मुहूर्त में माता पार्वती की पूजा करें. इसके लिए चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और मां पार्वती की तस्वीर या फिर मूर्ति स्थापित करें. फिर मां पार्वती को फूल, माला, सिंदूर, कुमकुम, रोली, सोलह श्रृंगार अर्पित करें. उन्हें फल, मिठाइयों का भोग लगाएं. साथ ही एक पान में दो लौंग, एक हरी इलायची, एक रुपए का सिक्का और बतासा या मिठाई रखकर चढ़ाएं. फिर धूप-दीप करें. मंगला गौरी व्रत कथा पढ़ें. आखिर में मां पार्वती की आरती करें.
मंगला गौरी व्रत मंत्र
मंगला गौरी व्रत के दिन कुछ खास मंत्रों का जाप जरूर करना चाहिए. इससे व्रत का पूरा फल मिलता है.
- सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके. शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते..
- ॐ उमामहेश्वराय नम: मंत्र का जप भी कर सकते हैं.