मुंबई/ दैनिक दिव्य हिन्दी – महाराष्ट्र में ‘मिनी मंत्रालय’ कही जाने वाली जिला परिषदों के चुनाव का बिगुल नए साल में बजने वाला है। राज्य की लंबित 32 जिला परिषदों के चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। आरक्षण से जुड़े पेंच के कारण जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव दो चरणों में कराए जाने की संभावना जताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पहले चरण में 12 जिला परिषदों और 336 में से 125 पंचायत समितियों के चुनाव जनवरी 2026 में कराए जाएंगे। इन चुनावों का पूरा कार्यक्रम 21 दिनों में पूरा करने की योजना आयोग ने बनाई है।
जनवरी में लागू हो सकती है आचार संहिता
निर्वाचन आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 8 जनवरी से पहले जिला परिषद चुनाव के लिए आचार संहिता लागू की जा सकती है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने राज्य की सभी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव 31 जनवरी 2026 तक कराने की समय-सीमा दी है, लेकिन सभी जिलों में चुनाव संभव नहीं होंगे।
आरक्षण बना बाधा, 20 जिलों में चुनाव स्थगित
राज्य की 20 जिला परिषदों और 211 पंचायत समितियों में आरक्षण की सीमा 50% से अधिक होने के कारण वहां चुनाव फिलहाल स्थगित कर दिए गए हैं। इसी वजह से शेष 12 जिला परिषदों और 125 पंचायत समितियों के चुनाव पहले चरण में कराए जाएंगे।
पहले चरण में किन जिलों में होंगे ZP चुनाव?
जिन 12 जिला परिषदों में आरक्षण की 50% सीमा का पालन हो चुका है, वहां जनवरी के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम घोषित होने की संभावना है।
पहले चरण के संभावित जिले:
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सोलापुर
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रायगढ़
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रत्नागिरी
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सिंधुदुर्ग
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पुणे
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सातारा
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सांगली
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कोल्हापुर
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छत्रपति संभाजीनगर
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परभणी
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धाराशिव
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लातूर
6 से 8 जनवरी के बीच चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जा सकता है।
12 जिला परिषदों का संभावित चुनाव कार्यक्रम
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चुनाव की घोषणा: 6 से 8 जनवरी
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नामांकन दाखिल: 10 से 17 जनवरी
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नामांकन जांच व वापसी: 18 से 20 जनवरी
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चिह्न आवंटन: 21 जनवरी
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मतदान: 30 जनवरी
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मतगणना: 31 जनवरी
नए साल की शुरुआत के साथ ही महाराष्ट्र की राजनीति में जिला परिषद चुनाव का तापमान तेज़ होने वाला है।




