मुंबई : राज्य के पुलिस अंमलदारों के लिए बड़ी खबर है। सरकार ने पुलिस उपनिरीक्षक (PSI Exam) पद की खातेअंतर्गत विभागीय परीक्षा फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है। फरवरी 2022 में बंद की गई यह परीक्षा अब फिर से शुरू होने जा रही है, जिससे मेहनती और अनुभवी पुलिस कर्मचारियों को अधिकारी बनने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
इस परीक्षा से कम उम्र में ही PSI पद पर पदोन्नति मिलकर पुलिस बल में युवा और ऊर्जावान अधिकारी लंबे समय तक कार्यरत रह सकेंगे। महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले से हजारों पुलिस कर्मचारियों के करियर को नई दिशा और गति मिलेगी।
गृह राज्यमंत्री योगेश कदम ने अप्रैल 2025 में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर PSI पद की खातेअंतर्गत विभागीय परीक्षा पुनः शुरू करने की मांग की थी। पहले कम से कम पाँच साल की सेवा पूरी करने वाले पुलिस अंमलदारों को PSI पद के लिए 25% आरक्षण के तहत विभागीय परीक्षा देने की अनुमति थी। इस माध्यम से कई मेहनती और अनुभवी पुलिस कर्मचारियों को अधिकारी बनने का अवसर मिलता था। लेकिन फरवरी 2022 के शासन निर्णय के अनुसार यह परीक्षा बंद कर दी गई थी।
इस विषय पर लगातार प्रयास और मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद योगेश कदम ने इसे फिर से शुरू करने के प्रयास किए। अंततः सरकार ने आज आधिकारिक निर्णय ले लिया है।
विभागीय परीक्षा से सेवाकाल बढ़ेगा
आम तौर पर पुलिस कॉन्स्टेबल्स को प्रमोशन से PSI पद उनके सेवा काल के अंतिम चरण में मिलता है। ऐसे समय पर वे PSI के रूप में मुश्किल से दो-तीन साल ही काम कर पाते हैं। लेकिन विभागीय परीक्षा से PSI बनने वाले अधिकारियों को कम उम्र में ही पदोन्नति मिल जाती है, जिससे उन्हें अगले 20 से 25 साल तक PSI और उससे ऊँचे पदों पर काम करने का अवसर मिल सकता है। इससे पुलिस विभाग में नई ऊर्जा और जोश से भरे हुए युवा PSI सक्रिय रहेंगे।
इस निर्णय से राज्य के मेहनती, अनुभवी और युवा पुलिस अंमलदारों के लिए PSI पद का रास्ता फिर से खुल गया है। अन्यथा, उन्हें कई वर्षों तक प्रतीक्षा करनी पड़ती। अब विभागीय परीक्षा उनके करियर की प्रगति का नया द्वार खोलेगी।
राज्य सरकार के इस निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह राज्यमंत्री योगेश कदम ने कहा –
“पुलिस बल के मेहनती, कर्तव्यनिष्ठ और युवा पुलिस अंमलदारों को अधिकारी के रूप में आगे बढ़ने का अवसर मिलना चाहिए। इसके लिए यह निर्णय बेहद महत्वपूर्ण है। इस शासन निर्णय से पुलिस बल में नया उत्साह और चैतन्य पैदा होगा।”