नागपुर- महाराष्ट्र सरकार ने 1 अप्रैल से राज्यभर में रेडी रेकनर (RR) रेट बढ़ाने की घोषणा कर दी है। नागपुर में 4.23 फीसदी, जबकि एनएमआरडीए क्षेत्र में यह वृद्धि 6.60 फीसदी की गई है। ग्रामीण भागों 3.25 फीसदी की वृद्धि हुई है। राज्य में औसत वृद्धि 5.95 फीसदी है। इसका तात्पर्य यह है कि नागपुर के एनएमआरडीए में लोगों को अब जमीन और घर खरीदी करने के लिए अधिक भुगतान करना पड़ेगा। सोलापुर में सबसे अधिक 10.17 फीसदी की वृद्धि की गई है, जबकि चंद्रपुर में यह वृद्धि 2.20 फीसदी से लेकर 7.30 फीसदी तक है। अकोला में यह वृद्धि 7.39 फीसदी की गई है।
महानियंत्रक रजिस्ट्रार व मुद्रांक शुल्क विभाग की ओर से जारी जीआर में कहा गया है कि पिछले कुछ वर्षों से आरआर दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई थी, इसलिए इस बार वृद्धि करना जरूरी हो गया था। जीआर में कहा गया है कि राज्य में ग्रामीण क्षेत्र में औसत 3.36 फीसदी, प्रभाव क्षेत्र में 3.29 फीसदी, नगर परिषद, नगर पंचायत क्षेत्र में 4.97 फीसदी, महानगरपालिका क्षेत्र में 5.95 फीसदी की गई है।
यह राज्य में औसत 4.39 फीसदी होता है। इसके पूर्व नागपुर में 2015-16 में 14 फीसदी, 2016-17 में 6 फीसदी, 2017-18 में 2.20 फीसदी, 2019-20 में वृद्धि नहीं, 2020-21 में 0.51 फीसदी, 2021-22 में वृद्धि नहीं, 2022-23 में 4.46 फीसदी और 2023-24 में कोई वृद्धि नहीं हुई थी।
सरकार ने बोझ नहीं बढ़ाया
क्रेडाई नागपुर के अध्यक्ष गौरव अग्रवाला ने कहा कि पूर्व की दर वृद्धि को देखते हुए कहा जा सकता है कि राज्य सरकार ने उचित निर्णय लिया है। जेब पर अधिक भार नहीं डाला गया है। पिछले कुछ वर्षों से कीमतें नहीं बढ़ाई गई थीं। दरों को युक्तिसंगत बनाने का फैसला किया गया है और यह राज्य सरकार की बड़ी देन है।
तत्काल प्रभाव से लागू
ज्वाइंट डायरेक्टर ऑफ रजिस्ट्रार संजय तारसे ने कहा कि दरों को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दे दिया गया है। 1 अप्रैल से जो भी रजिस्ट्री होगी, नई दरों के अनुरूप होगी। वैसे भी नागपुर में दरों को बेहतर करने का फैसला हुआ है। इससे ग्राहकों की जेब पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा।
वार्षिक मूल्य वृद्धि
क्षेत्र | वृद्धि दर (%) |
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ठाणे | 7.72 |
नासिक | 7.31 |
मीरा-भाईंदर | 6.26 |
नवी मुंबई | 6.75 |
जलगाव | 5.81 |
संभाजीनगर | 3.53 |
वसई-विरार | 4.50 |
पुणे | 4.16 |
परभणी | 3.71 |
पिंपरी-चिंचवड़ | 6.69 |
नागपुर | 4.23 |
एनएमआरडीए | 6.60 |
कोल्हापुर | 5.01 |
चंद्रपुर | 2.20 |
एमएचएडीए | 7.30 |
अमरावती | 8.03 |
अकोला | 7.39 |
आखिरी दिन 371 ने कराया पंजीयन
नये वित्तीय वर्ष में रेडी रेकनर (RR) रेट बढ़ने की संभावना को देखते हुए लोगों ने अंतिम 3 दिनों में जमकर रजिस्ट्रियां करवाई हैं। 29 से 31 के बीच जिले में 1,863 रजिस्ट्रियां दर्ज कराई गई। इससे विभाग को अच्छी खासी आय भी हुई है। 31 मार्च को आखिरी दिन 371 लोगों ने रजिस्ट्रियां कराई है। इसमें से शहर में 233 और ग्रामीण में 138 रजिस्ट्री हुई है।
आखिरी 3 दिनों में इस प्रकार हुई रजिस्ट्रियां
तारीख | 29 मार्च | 30 मार्च | 31 मार्च |
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शहर | 552 | 434 | 233 |
ग्रामीण | 329 | 177 | 138 |
अधिकारियों ने बताया कि लोगों को उम्मीद थी कि नए आर्थिक वर्ष में दरें बढ़ सकती हैं जिसके कारण इस बार अच्छा प्रतिसाद मिला। कार्यालय खोलना सार्थक हो गया। सूत्रों ने बताया कि राज्य में रजिस्ट्री से 55,000 करोड़ रुपये आय की उम्मीद की गई थी जो 31 मार्च को पूरा हो गया।नागपुर में शहर और ग्रामीण विभाग को मिलाकर 2,375 करोड़ रुपये का टारगेट दिया गया है। नागपुर जिला भी लक्ष्य के काफी करीब पहुंच चुका है। आखिरी डेटा 2-3 दिनों में स्पष्ट हो जाएगा। अधिकारियों ने बताया मुख्य रूप से संपत्ति से संबंधित रजिस्ट्री सबसे अधिक हुई है जिसके कारण आय भी अधिक हुई है।