आवंटित धनराशि में से ग्राहक सुविधाओं के लिए 776 करोड़, ट्रैक नवीनीकरण के लिए 1400 करोड़, पुल और सुरंगे बनाने के लिए 113 करोड़ और सिग्नलिंग और दूरसंचार से जुड़े कामों के लिए 237 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। वर्धा नागपुर की तीसरी और चौथी लाइन के लिए भी 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा वर्धा-नांदेड वाया यवतमाल पुसद और इटारसी-नागपुर के बीच अतिरिक्त ट्रैक बिछाए जाएंगे। साथ ही बडनेरा वैगन रिपेयर वर्कशॉप के लिए भी 40 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है। मुंबई और आसपास के इलाकों में चलने वाली उपनगरीय सेवा को बेहतर करने की भी कोशिश है। एमयूटीपी के तहत 1100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
नई लाइनें
अहमदनगर-बीड-परली वैजनाथ 250 किमी 201 करोड़
वर्धा-नांदेड़ वाया येवतमाल पुसाद 270 कि.मी. 600 करोड़
सोलापुर-उस्मानाबाद वाया तुलजापुर 84 किमी 110 करोड़
धुले-नरदाना 50 किमी 100 करोड़
कल्याण-मुरबाड वाया उल्हासनगर 28 किमी 100 करोड़
बारामती-लोनंद 54 किमी 100 करोड़
फलटन-पंढरपुर 105 किमी 20 करोड़
गेज रूपांतरण
पचोरा-जामनेर 84 किमी रु. 50 करोड़
दोहरीकरण/तीसरी लाइन/चौथी लाइन- 2702 करोड़
कल्याण-कसारा तीसरी लाइन 68 किमी 90 करोड़
वर्धा-नागपुर तीसरी लाइन 76 किमी 150 करोड़
वर्धा-बल्हारशाह तीसरी लाइन 132 किमी 300 करोड़
इटारसी-नागपुर शेष 280 किमी 310 करोड़
पुणे-मिरज-लोंडा दोहरीकरण 467 किमी 900 करोड़
दौंड-मनमाड दोहरीकरण 247 किमी 430 करोड़
वर्धा-नागपुर चौथी लाइन 79 किमी 150 करोड़
मनमाड-जलगांव तीसरी लाइन 160 किमी 350 करोड़
जलगांव-भुसावल चौथी लाइन 24 किमी र20 करोड़