मुंबई- महाराष्ट्र में शिवसेना के विद्रोह के बाद, महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई और राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार सत्ता में आई.इस बात की प्रबल संभावना है कि शिवसेना की वर्षगांठ से पहले राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा. विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार छोटा होगा. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि शिंदे-फडणवीस को दिल्ली से ही इस तरह के ऑर्डर दिए गए हैं.सत्ता पक्ष के नेताओं के बीच चर्चा है कि रुके हुए मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नाराजगी है. साथ ही इन मुद्दों को लेकर विपक्ष द्वारा लगातार इस सरकार की आलोचना की जा रही है. लेकिन अब विश्वसनीय जानकारी सामने आ रही है कि जल्द ही शिंदे फडणवीस सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. मौजूदा कैबिनेट विस्तार में बीजेपी के छह और शिवसेना के चार सदस्यों को सीटें मिलने की संभावना है.
बीजेपी के चार कैबिनेट मंत्री और उनमें से दो के राज्य मंत्री होने की संभावना है और शिवसेना के दो कैबिनेट मंत्री और दो अमदार के राज्य मंत्री होने की संभावना है. खबर यह भी है कि बाकी के 13 खाली मंत्री पद अक्टूबर-नवंबर के बीच भरे जा सकते हैं.
शिवसेना की वर्षगांठ से पहले होगा निर्णय
मूल शिवसेना में ऐतिहासिक विभाजन के बाद पिछले साल जून में शिंदे-फडणवीस सरकार बनी थी. पिछले 11 महीनों से शिंदे-फडणवीस कैबिनेट में अपने 19 सहयोगियों के साथ मिलकर राज्य चला रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की और उनके साथ राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार पर चर्चा की.
मुख्यमंत्री शिंदे ने विचार व्यक्त किया है कि शिवसेना की वर्षगांठ से पहले इस मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाना चाहिए. इसका मतलब है कि राज्य में 19 जून से पहले कैबिनेट विस्तार की संभावना है.
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए निर्णय
राज्य मंत्रिमंडल का यह विस्तार आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया जाएगा. ऐसी संभावना है कि महाराष्ट्र में बीजेपी के मिशन 45 को फायदा पहुंचाने वाले नेताओं को ही मंत्री बनाया जाएगा.