मुंबई- महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र आज (सोमवार) से शुरू हो गया है। इस सत्र में शिवसेना के दोनों गुटों के बीच चल रही राजनीतिक व कानूनी लड़ाई की गूंज सुनाई देने लगी है। खबर है कि शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रतोद भरत गोगावले ने रविवार को शिवसेना के सभी 55 विधायकों को व्हिप जारी किया है। इस व्हिप के चलते ठाकरे गुट के नेता आक्रामक हो गए हैं। ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता सुनिल प्रभू ने कहा है कि वह इस मामले को लेकर कोर्ट का रुख करेंगे।
शिवसेना के 55 विधायकों को ‘व्हिप’ जारी
महाराष्ट्र के विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) और कांग्रेस ने रविवार को सरकार द्वारा आयोजित ‘चाय पार्टी’ का बहिष्कार किया था। इस बीच, गोगावले ने शिवसेना के सभी विधायकों को व्हिप जारी किया है जबकि सुप्रीम कोर्ट ने शिवसेना (शिंदे गुट) को मामले की सुनवाई तक व्हिप नहीं जारी करने और कार्रवाई नहीं करने के लिए कहा था।
चुनाव आयोग द्वारा शिंदे समूह को शिवसेना का चुनाव चिन्ह और नाम दिए जाने के बाद ठाकरे समूह ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद कोर्ट ने शिवसेना को उद्धव खेमे के खिलाफ कोई भी एक्शन नहीं लेने का निर्देश देते हुए मामले की अगली सुनवाई दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दी।
शिवसेना के प्रतोद भरत गोगावले ने कहा कि हमने 55 विधायकों को व्हिप जारी किया है। लेकिन यह बजट सत्र में सभी शिवसेना विधायकों के उपस्थिति होने को लेकर है। हम किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। गोगावले ने यह भी कहा कि वह दो सप्ताह में कार्रवाई के बारे में सोचेंगे।
ठाकरे गुट के नेता सुनिल प्रभू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के मना करने के बाद भी उन्होंने व्हिप जारी किया, हम फिर से सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हालांकि शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने कहा कि शीर्ष कोर्ट के आदेश के अनुसार काम किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन नहीं किया जायेगा। बता दें कि शिंदे-फडणवीस सरकार 9 मार्च को महाराष्ट्र बजट 2023-24 पेश करेगी।