Akola Violence: महाराष्ट्र के अकोला शहर और अहमदनगर जिले के शेवगांव में पिछले दो दिनों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई. जिसको लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अकोला, शेवगांव दंगों के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों से किसी की भावना आहत न हो इसका ख्याल रखते हुए सामाजिक समरसता बनाए रखने में सहयोग करने की अपील भी की है.
पुलिस ने मामले में अब तक 130 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं झड़पों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए. हालांकि अकोला और शेवगांव दोनों जगहों पर अब स्थिति नियंत्रण में है और पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देश पर ग्रामीण विकास मंत्री गिरीश महाजन ने अकोला और राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे-पाटिल ने शेवगांव का दौरा किया है.
150 लोगों के खिलाफ मामला किया गया दर्ज
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आग्रह किया है कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथ में न ले, सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट करते समय सावधान और जिम्मेदार रहें. साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि आपकी पोस्ट से सामाजिक तनाव पैदा न हो और किसी की भावना आहत न हो. पुलिस ने अकोला में 100 से अधिक और शेवगांव में 32 लोगों को हिरासत में लिया है.
इसके अलावा एक अधिकारी ने कहा कि अहमदनगर जिला मुख्यालय से 65 किमी दूर स्थित शेवगांव में 150 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए. उन्होंने सोमवार (15 मई) को बताया कि पथराव में कई दुकानें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. पुलिस ने बताया कि दोनों गुटों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पत्थर फेंके और जमकर तोड़फोड़ की. दंगाइयों ने हिंसा के दौरान कुछ दोपहिया और चार पहिया वाहनों में आग लगा दी.
इंटरनेट सेवाएं कर दी गई थी बंद
अकोला में हिंसा के बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी नीमा अरोड़ा ने चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है. डाबकी रोड और ओल्ड सिटी थाना अंतर्गत क्षेत्रों में रात 8 बजे से सुबह 8 बजे के बीच कर्फ्यू लागू रहेगा, जबकि दिन के समय कुछ छूट दी जाएगी.इसके साथ ही अधिकारियों ने बताया कि अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए अकोला और शेगांव में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी.