नई दिल्ली- खरीफ फसलों की बोआई में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। चालू सीजन में अब तक खरीफ फसलों की बोआई 900 लाख हेक्टेयर पार कर गई है। दलहन, तिलहन, मोटे अनाज की बोआई में इजाफा हुआ है। पिछले सप्ताह तक बोआई में पिछड़ने वाली इस सीजन की सबसे बड़ी फसल धान की बोआई में अब बढ़ोतरी देखी जा रही है। कपास का रकबा घटा है।
2024 में कितनी हुई खरीफ फसलों की बोआई?
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के आंकड़ों के अनुसार 2 अगस्त तक 904.60 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बोआई हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि में 879.22 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 2.88 फीसदी अधिक है। इस सप्ताह धान की बोआई में सुधार देखने को मिला है। अब तक 276.91 लाख हेक्टेयर में धान बोया जा चुका है, जो पिछले सीजन की समान अवधि में 263.01 लाख हेक्टेयर में बोये गए धान 5.28 फीसदी ज्यादा है। पिछले सप्ताह तक इसकी बोआई में गिरावट देखी गई। इस साल कपास की बोआई 8.25 फीसदी घटकर 108.43 लाख हेक्टेयर रह गई।
कितना रहा दलहन फसलों का रकबा?
चालू खरीफ सीजन में 2 अगस्त तक दलहन फसलों का रकबा 110.61 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछली समान अवधि के रकबा 99.71 लाख हेक्टेयर से 10.93 फीसदी अधिक है। अरहर की बोआई पिछले साल के 33.27 लाख हेक्टेयर से करीब 26 फीसदी बढ़कर 41.89 लाख हेक्टेयर और मूंग की 28.15 लाख हेक्टेयर से करीब 12 फीसदी बढ़कर 31.62 लाख हेक्टेयर हो गई, जबकि उड़द की बोआई पिछले साल के 26.21 लाख हेक्टेयर से मामूली घटकर 25.96 लाख हेक्टेयर रह गई।
मोटे अनाजों की कितनी हुई बोआई?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2 अगस्त तक मोटे अनाजों की 165.59 लाख हेक्टेयर में बोआई हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि में 160.38 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से 3.25 फीसदी ज्यादा है। मोटे अनाजों में मक्का का रकबा 10.31 फीसदी बढ़कर 82.25 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि इस साल मोटे अनाजों में मक्का के बाद दूसरी बड़ी फसल बाजरा की बोआई करीब 5 फीसदी घटकर 62.70 लाख हेक्टेयर रह गई।