नई दिल्ली -जनवरी में मनाए जाने वाले मुख्य त्योहार मकर संक्रांति, लोहड़ी और सकट चौथ हैं। इसके अलावा माघ अमावस्या, पौष पुत्रदा एकादशी, षटतिला एकादशी, प्रदोष व्रत और पौष पूर्णिमा जैसे त्यौहार भी इसी महीने पड़ते हैं। पोंगल त्यौहार भी इसी महीने मनाया जाता है।जनवरी माह के व्रत और त्योहार
तिथि | व्रत-त्योहार |
10 जनवरी 2024, शुक्रवार | पौष पुत्रदा एकादशी |
11 जनवरी 2024, शुक्रवार | प्रदोष व्रत (शुक्ल) |
13 जनवरी 2024, शुक्रवार | पौष पूर्णिमा व्रत, लोहड़ी |
14 जनवरी 2024, शुक्रवार | पोंगल, उत्तरायण, मकर संक्रांति, खिचड़ी |
17 जनवरी 2024, शुक्रवार | संकष्टी चतुर्थी, सकट व्रत |
25 जनवरी 2024, शुक्रवार | षटतिला एकादशी |
27 जनवरी 2024, शुक्रवार | प्रदोष व्रत (कृष्ण), मासिक शिवरात्रि |
29 जनवरी 2024, शुक्रवार | माघ अमावस्या |
पौष पुत्रदा एकादशी
वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 09 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर शुरू होगी और 10 जनवरी को सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी।
पौष पूर्णिमा
शास्त्रों में इस पूर्णिमा का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व बताया गया है। इस दिन माघ स्नान का भी आरंभ होता है। कार्तिक, वैशाख की तरह माघ को भी पुनीत मास कहा गया है।
मौनी अमावस्या
माघ माह की अमावस्या को मौनी अमावस्या (mauni amavasya) कहा जाता है. कई जगहों पर इसे माघी अमावस्या भी कहा जाता है. मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि इस दिन मौन व्रत रखा जाता है और इसी कारण इस अमावस्या का नाम मौनी अमावस्या पड़ा है.
मकर संक्रांति
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य हर महीने अपनी राशि बदलती हैं, इसे संक्रांति कहते हैं। जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो यह घटना मकर संक्रांति कही जाती है। इसी दिन से सूर्य उत्तरायण होने लगते हैं और खरमास खत्म हो जाता है। इसी दिन से खरमास में बंद शुभ कार्यों की धार्मिक रोक हट जाती है।