ठेकेदार से बिल पास कराने के लिए मांगी थी रिश्वत, एसीबी का जाल सफल
जालना, प्रतिनिधि।- जालना महानगरपालिका में शुक्रवार को भ्रष्टाचार विरोधी विभाग (एसीबी) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी की टीम ने नगर निगम के प्रभारी आयुक्त संतोष खांडेकर को 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है। यह रिश्वत एक निजी ठेकेदार से निर्माण कार्य का बिल पास कराने के एवज में मांगी गई थी।
सूत्रों के अनुसार, ठेकेदार ने एसीबी के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि आयुक्त उससे बिल मंजूर करने के बदले भारी रकम की मांग कर रहे हैं। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए एसीबी ने जाल बिछाया और शुक्रवार को यह कार्रवाई सफलतापूर्वक की।
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि आयुक्त खांडेकर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं के आरोप
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी आयुक्त के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। एक महिला कार्यकर्ता ने बताया,
“आयुक्त के बंगले के बाहर हम लोग खड़े हैं। नगर निगम से पांच-छह बोरियों में फाइलें गायब की गई हैं। कई फर्जी दस्तावेज हटाए गए हैं। खांडेकर ने नगर निगम की जमीनें भी बड़े लोगों के नाम पर बेच दी थीं। अब सभी घोटालों की जांच होनी चाहिए।”
फिलहाल एसीबी इस पूरे प्रकरण की सघन जांच कर रही है। आने वाले दिनों में नगर निगम से जुड़े अन्य घोटालों के खुलासे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।