Wednesday, July 24, 2024
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भारतीय शिक्षण संस्थानों को अब खोलने होंगे इंटरनेशनल अफेयर्स के ऑफिस

नई दिल्ली-  दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ मिलकर संयुक्त डिग्री कोर्स शुरू करने की तैयारी में जुटे भारतीय विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने फिलहाल अपने परिसरों में इंटरनेशनल अफेयर्स के दफ्तर खोलने का निर्देश दिया है। साथ ही इसकी जानकारी यूजीसी को भी मुहैया कराने के लिए कहा है।

यूजीसी का कहना है कि इससे उन विदेशी छात्रों को सहूलियतें मिलेगी, जो यहां पढ़ाई के लिए आना चाहते हैं। इस पहल से उन्हें दाखिले लेकर वीजा, फीस आदि से जुड़ी सारी जानकारी एक ही जगह पर मिल सकेगी। अभी उन्हें इसके लिए भटकना पकड़ा है। भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए यह पहल इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि मौजूदा मानकों के तहत विश्वस्तरीय रैंकिंग में जगह बनाने के लिए उन्हें विदेशी छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करना ही होगा.

QS रैंकिंग में क्यों पिछड़े संस्थान?

जारी हुई क्यूएस रैंकिंग में आइआइएससी बेंगलोर जैसे शीर्ष भारतीय संस्थान इसलिए भी पीछे रह गए थे, क्योंकि यहां विदेशी छात्रों की संख्या बिल्कुल नहीं थी। इसी तरह कई आइआइटी भी इसी वजह से दौड़ से पिछड़ गए थे।शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, इसके बाद तो भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान विदेशी छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करने के प्रयासों में तेजी से जुटे हुए हैं। कई संस्थानों ने अपने यहां विदेशी छात्रों के लिए अलग से सीटें भी निर्धारित कर दी हैं। यूजीसी का यह कदम भी इस दिशा में एक अहम पहल है।

भारतीय संस्थान इसके साथ ही दुनिया के शीर्ष संस्थानों के साथ साझा कार्यक्रम शुरू करने को लेकर इसलिए भी आगे बढ़े हैं, क्योंकि अभी ऐसे ही संस्थानों में पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय छात्र हर साल पलायन कर रहे हैं। जिसके लिए वहां उन्हें काफी ज्यादा फीस और रहने-खाने का खर्च उठाना पड़ता है। ऐसे में इस पहल के साथ ही वह भारतीय छात्रों को देश में कम खर्च में ही वैसे ही पढ़ाई का विकल्प देना चाहती है।

कई देशों के प्रतिनिधियों ने शिक्षा मंत्रालय के साथ की चर्चा

इस बीच, दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधियों ने भारतीय संस्थानों द्वारा विदेशी छात्रों के लिए मुहैया कराए जा रहे अवसरों को लेकर शिक्षा मंत्रालय के साथ चर्चा की है। शुक्रवार को ग्रीस ने भी भारतीय संस्थानों के साथ शैक्षणिक साझेदारी को लेकर चर्चा की है। ग्रीस के राजदूत अपने शीर्ष अधिकारियों के साथ अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) परिसर भी देखने पहुंचे थे।

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