
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने एक रिलीज में कहा, “देश भर की इकाइयां पुरुषों और महिलाओं के लिए दस-दस वेट वर्ग में मुकाबला करेंगी, जो विश्व मुक्केबाजी तकनीक और प्रतियोगिता के नियमों का पूरी तरह से पालन करेगी। हर इकाई को हर वर्ग में एक मुक्केबाज उतारने की इजाजत है। कोई रिजर्व नहीं रखा जा सकता।”सभी मैच अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट के हिसाब से होंगे, जिसमें तीन-तीन मिनट के तीन राउंड होंगे। एक मिनट का रेस्ट पीरियड और 10-अंक का जरूरी स्कोरिंग सिस्टम होगा।
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय सिंह ने इस मौके पर कहा, “मजबूत सिस्टम लंबे समय की सफलता की रीढ़ होते हैं, और नेशनल चैंपियनशिप वह जगह है जहां यह सिस्टम असल में शुरू होता है। यह स्टेज मौके बनाता है, प्रतिभा को सामने लाता है, और हर मुक्केबाज को राष्ट्रीय कैंप में जाने का सही रास्ता देता है।”
उन्होंने कहा कि विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स में हमें हाल में मिली सफलता ने साबित कर दिया कि यह कितना पावरफुल हो सकता है। जैसे-जैसे हम आगे की चुनौतियों की तैयारी कर रहे हैं, ये चैंपियनशिप उन एथलीट्स को पहचानने और तैयार करने में बहुत जरूरी होंगी। इससे हमारी पदक की उम्मीदें बढ़ेंगी।



