मुंबई- पिछले कुछ दिनों से राज्य में कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है और तेज हवाओं के साथ हुई इस बारिश ने किसानों पर भारी असर डाला है। प्रकृति ने मेरे मुंह के ठीक सामने मौजूद घास को भी छीन लिया है। राज्य के कई हिस्सों में बेमौसम बारिश से ग्रीष्मकालीन बाजरा, बागों और प्याज की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इस बीच मौसम विभाग ने एक बार फिर अगले चार से पांच दिनों तक महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बेमौसम बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने खराब मौसम के मद्देनजर नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विज्ञानी एस.डी. सनप ने इस संबंध में जानकारी दी है।
मानसून अंडमान में प्रवेश कर चुका है और 27 मई को केरल में प्रवेश कर सकता है। अंडमान में मानसून आठ से नौ दिन पहले पहुंच गया है, जबकि केरल में भी तीन से चार दिन पहले पहुंचने की संभावना है। सनप ने कहा कि यह कहना संभव नहीं है कि महाराष्ट्र में मानसून कब आएगा।
प्री-मानसून बारिश हो रही
राज्य के कई हिस्सों में एक बार फिर बेमौसम बारिश की चेतावनी जारी की गई है। महाराष्ट्र में तापमान और आर्द्रता में वृद्धि के कारण कई स्थानों पर प्री-मानसून बारिश हो रही है। अगले चार से पांच दिनों में महाराष्ट्र में कई स्थानों पर प्री-मानसून बारिश होने की संभावना है। अगले दो दिनों में मराठवाड़ा में गरज के साथ प्री-मानसून बारिश होने की संभावना है। सानप ने यह भी बताया कि नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए।
दूसरी ओर, नासिक में भारी बारिश हुई है और इगतपुरी तालुका में लगातार छठे दिन बेमौसम बारिश हुई है। वहां बेमौसम बारिश के साथ बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने लगीं। इस बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है, तालुका में 87 हेक्टेयर कृषि भूमि बारिश से प्रभावित हुई है। ग्रीष्मकालीन बाजरा और सब्जी की फसलें नष्ट हो गई हैं, लेकिन दूसरी ओर, बारिश ने हवा में ठंडी हवा पैदा कर दी है, जिससे नागरिकों को गर्मी से राहत मिली है।