नयी दिल्ली- अब लोन की ईएमआई भूल जाना आपको चॉकलेट खाने का मौका दे सकता है. देश का सबसे बड़े बैंक एसबीआई ऐसा ही कुछ करने जा रहा है, उन ग्राहकों के साथ जो लोन की ईएमआई समय पर देना भूल जाते हैं. बैंक के अधिकारी ऐसे लोगों के घर चॉकलेट लेकर जाएंगे.
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों खासकर के रिटेल लोन लेने वालों को किस्त चुकाने का रिमाइंडर देने के लिए अनोखा तरीका निकाला है. बैंक के अधिकारी अब उन ग्राहकों के घर चॉकलेट का डिब्बा लेकर जाएंगे जिनके मंथली ईएमआई के डिफॉल्ट करने की संभावना अधिक होगी.
बैंक का कहना है कि अक्सर देखा गया है जो ग्राहक लोन की ईएमआई समय से नहीं चुकाना चाहते, या जो डिफॉल्ट करने वाले होते हैं. वो बैंक की ओर से की जाने वाली रिमांडर कॉल का जवाब देना बंद कर देते हैं. अब बैंक के अधिकारी सीधे ऐसे लोगों के घर जाएंगे, वह भी बिना किसी पूर्व सूचना के.
बैंक को बेटर लोन रीपेमेंट की उम्मीद
एसबीआई को उम्मीद है कि उसके इस कदम से बैंक ग्राहकों पर असर पड़ेगा. लोग समय पर लोन की ईएमआई देने को प्रेरित होंगे. लोन का रीपेमेंट कलेक्शन बेहतर करने में मदद मिलेगी.
बढ़ गया है बैंक का रिटेल लोन
एसबीआई के पर्सनल, होम और कार लोन जैसे रिटेल लोन में ग्रोथ देखी गई है. अगर पिछली तिमाही के आंकड़े देखें तो बैंक की रिटेल लोन बुक 16.46 प्रतिशत बढ़कर 12,04,279 करोड़ रुपये रही है. जबकि अप्रैल-जून 2022 की तिमाही में ये आंकड़ा 10,34,111 करोड़ रुपये थी.
सिर्फ एसबीआई ही नहीं, बल्कि रिटेल लोन के पूरे सेगमेंट में ही डबल डिजिट ग्रोथ देखी गई है. इस सेगमेंट में 16 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. वहीं एसबीआई की टोटल लोन बुक अप्रैल-जून 2023 में 33,03,731 करोड़ रुपये हो गई है. ये सालाना आधार पर 13.9 प्रतिशत की ग्रोथ दिखाता है.