घर खरीदने से पहले वित्तीय योजना बनाना आपके सपनों के घर के लिए ब्लूप्रिंट डिजाइन करने जैसा है। यह एक सफल यात्रा की नींव है। एक स्पष्ट योजना के साथ पहली बार घर की खरीदारी आपको वित्तीय संकट और तनाव से दूर रखती है। पहली बार घर खरीदने वालों के लिए 5/20/30/40 रूल है। RBI के रेपो रेट में कटौती के बाद SBI, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने होम लोन की ब्याज दरों में कटौती की है। अब इन दोनों ही बैंकों की ब्याज दरें सालाना 8.10% से शुरू होंगी।
सालाना कमाई का 5 गुना से ज्यादा महंगा घर न लें:
घर की कीमत आपकी वार्षिक आय से पांच गुना से अधिक नहीं होनी चाहिए। यानी आप सालाना 12 लाख कमाते हैं तो 60 लाख तक के घर खरीदने की तैयारी करें।
20-साल का लोन: 20 साल या उससे कम समय का लोन लें। आप कर्ज को तेजी से चुका देंगे और समय के साथ ब्याज पर एक बड़ी राशि बचा सकेंगे।
30% ईएमआई: आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके नए घर की ईएमआई आपकी मासिक आय के 30% से अधिक न हो। मान लीजिए आप हर महीने 1 लाख कमातें हैं तो 30 हजार से अधिक ईएमआई नहीं होनी चाहिए। इससे आप अपना बाकी खर्च चला सकेंगे।
40% डाउन पेमेंट: आप घर की लागत का कम से कम 40% डाउन पेमेंट करने का लक्ष्य रखें। आपने 50 लाख का घर लेने की योजना बनाई है तो 40% डाउन पेमेंट बचाने की जरूरत है, जो ₹20 लाख है। इस बड़ी राशि को बचाने में थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन इससे आप ब्याज के बोझ को कम कर सकते हैं।
कमी
5/20/30/40 के कई फायदे हैं, लेकिन इसमें संभावित कमियां भी हैं। कई स्थितियां हो सकती हैं, जहां इस नियम का पालन करना कम संभव हो सकता है।