नई दिल्ली- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को जारी अपने पूर्वानुमान में देश के विभिन्न हिस्सों में आगामी दिनों में भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी है। इसके अनुसार, वर्तमान में देश के कई हिस्सों में सक्रिय मानसून प्रणाली के चलते व्यापक रूप से वर्षा होने की संभावना है, जिससे बाढ़, जलभराव और भूमि धंसने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। विशेषकर पूर्वी और मध्य भारत में मौसम का मिजाज अगले कुछ दिनों तक गंभीर बना हेगा।27 जून तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। इन क्षेत्रों में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश जारी रहने की संभावना है।
विदर्भ के पांच जिलों में अगले 4 दिनों तक बारिश की संभावना
महाराष्ट्र के विदर्भ में 25 एवं 26 जून को भारी वर्षा होगी lपश्चिम विदर्भ के पांच जिलों में अगले 4 दिनों तक बारिश की संभावना है। नागपुर क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने 29 जून तक विदर्भ के सभी पांच जिलों – अकोला, बुलढाणा, वाशिम, यवतमाल और अमरावती – में गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है।
इस दौरान हवा की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटा रहेगी। इस बीच, नागरिकों को बिजली, हवा और बारिश से खुद को बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी चाहिए। पेड़ों के नीचे शरण न लें। इस अवधि के दौरान, नालियों, निचले इलाकों, सड़क के अंडरपास या उन जगहों पर जाने से बचें जहाँ पानी जमा होता है। यदि बाढ़ वाली सड़क या नदी के पुल से पानी बह रहा है, तो पुल पार न करें। किसानों को अपने जानवरों को पेड़ों या बिजली के तारों, ज़ाहिर है, खंभों से नहीं बांधना चाहिए, प्रशासन ने अपील की।
पश्चिम भारत की बात करें तो 29 जून तक बीच गुजरात, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भी बारिश का सिलसिला जारी रहने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ तेज़ हवाएं चल सकती हैं। उत्तर-पश्चिम भारत में भी मानसून के असर से बारिश का दौर तेज होने वाला है। सिक्किम और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी मौसम सक्रिय रहने की चेतावनी दी गई है।