आरबीआई ने बुधवार को रेपो रेट में 0.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही रेपो रेट 6.25 प्रतिशत हो गया. अनुमान है कि इसके कारण आने वाले दिनों में अन्य बैंक भी ब्याज दरों में इजाफा कर सकते हैं जिससे आम लोगों पर ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा.
MCLR में की बढ़ोतरी- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा रेपो रेट में वृद्धि का असर आम लोगों पर भी दिखना शुरू हो गया है. रेपो रेट बढ़ने के बाद तीन बैंकों ने भी अपना कर्ज महंगा कर दिया है. इनमें एचडीएफसी बैंक , बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक शामिल हैं. इसका बोझ बैंक ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा और उनकी ईएमआई में बढ़ोतरी हो सकती है.
बता दें कि आरबीआई ने बुधवार को रेपो रेट में 0.35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही रेपो रेट 6.25 प्रतिशत हो गया. अनुमान है कि इसके कारण आने वाले दिनों में अन्य बैंक भी ब्याज दरों में इजाफा कर सकते हैं जिससे आम लोगों पर ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा.
एचडीएफसी बैंक ने MCLR में की बढ़ोतरी
एचडीएफसी बैंक ने एक साल की मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 50 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है. इसी के साथ एक साल के लिए दरों को 8.10% से बढ़ाकर सीधे 8.60% किया गया है. एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक अब एक रात और एक महीने की अवधि के लिए ब्याज दर 8.30% हो गई है. तीन और छह महीने की अवधि के लोन पर MCLR क्रमश: 8.35% और 8.45% कर दी गई है. दो साल के लिए 8.70% और तीन साल के लिए ब्याज दरों को 8.80% कर दिया गया है.
BOI और IOB ने भी किया ब्याज दरों में बदलाव
एचडीएफसी के अलावा बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी दरों में बदलाव किए हैं. बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो बेस्ड लेंडिंग रेट्स (RBLR) में 35 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि कर दी. इसके बाद बैंक का RBLR बढ़कर 9.10 फीसदी हो गया है. संशोधित दर सभी अवधि के कर्ज के लिए है, जो 7 दिसंबर से लागू है.
वहीं इंडियन ओवरसीज बैंक ने कर्ज की ब्याज दरें MCLR में 15 से 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है. नई दर 10 दिसंबर, 2022 से लागू होगी. ब्याज दरों में बढ़ोतरी अलग-अलग अवधि के कर्ज के लिए की गई है. IOB से अब एक रात की अवधि के लिए कर्ज 7.65%, एक महीने के लिए 7.70% तीन महीने के लिए 8.00% छह महीने के लिए 8.15% और एक साल के लिए ब्याज दर 8.25% कर दी गई है. वहीं दो साल की अवधि के लिए 8.35% और तीन साल की अवधि के लिए ब्याज दर 8.40% होगी.