अगले 10 दिनों में चार खगोलीय घटना,दुर्घटनाएं और प्राकृतिक आपदाएं बढ़ने के योग हैं

अगस्त के आखिरी 10 दिनों में सूर्य, चंद्रमा, बुध और शनि की चाल और स्थितियों में बदलाव होंगे। इनमें बुध, सूर्य के नजदीक आ जाने से अगले 24 दिनों के लिए अस्त हो जाएगा। सूर्य और शनि एक दूसरे के ठीक सामने रहेंगे यानी 180 डिग्री पर आ जाएंगे।चंद्रमा और शनि एक दूसरे के बहुत नजदीक आएंगे। ज्योतिषियों का कहना है कि इन दिनों बुध अस्त होने से पहले वक्री हो जाएगा। वक्री यानी यानी धरती से बुध को देखने पर लगेगा कि वो बहुत धीमा होकर पीछे की ओर चल रहा हो।

खगोल विज्ञान के जानकारों का कहना है कि इन चार ग्रहों की चाल और स्थितियों में बदलाव होने से मौसम बिगड़ सकता है। यानी कुछ जगहों पर तेज बारिश तो कहीं धूप और गर्मी बढ़ेगी। वहीं ज्योतिषियों का कहना है कि ग्रहों के अशुभ योग से महंगाई बढ़ सकती है। शेयर मार्केट में बड़े उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। दुर्घटनाएं बढ़ने की आशंका है। भूकंप, बाढ़ और लेंडस्लाइड और अन्य प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं।

बुध वक्री होने के बाद अस्त होगा – 24 और 25 अगस्त

24 अगस्त को बुध सिंह राशि में रहते हुए वक्री हो जाएगा। इसके अगले दिन सूर्य के नजदीक आ जाएगा। जिससे ये अस्त हो जाएगा। अस्त होने से बुध के शुभ प्रभाव में कमी आएगी। जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। बुध का प्रभाव कई लोगों की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा। इस ग्रह के कारण शेयर मार्केट में बड़े उतार-चढ़ाव आ सकते हैं

सूर्य-शनि का प्रतियोग – 27 अगस्त

 27 अगस्त को शाम में जब सूर्य पश्चिम दिशा में अस्त होगा तब आसमान में ठीक सामने यानी पूर्व दिशा में 180 डिग्री पर शनि दिखेगा। इन दोनों ग्रहों के एक दूसरे के ठीक आमने-सामने होने से देश के पश्चिमी हिस्सों या पश्चिमी देशों में मौसमी गड़बड़ी के चलते प्राकृतिक आपदा आने की आशंका रहेगी।

शनि-चंद्रमा की युति – 30 अगस्त

महीने के आखिरी में शनि और चंद्रमा एक-दूसरे के नजदीक आ जाएंगे। इनके पास आने से देश में कई जगहों पर बारिश और ठंडक बढ़ सकती है। बर्फीले इलाकों में बारिश होने के योग बनेंगे। वहीं, कुछ जगहों पर तेज बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं।

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