मुंबई- लखनऊ और मुंबई के बीच पहली एसी स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने जा रही है, जो राजधानी और शताब्दी ट्रेनों से कहीं ज़्यादा गति और आराम के साथ रेल यात्रा को काफ़ी बढ़ावा देगी। रेलवे ने हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद, निज़ामुद्दीन और आगरा में रुकने वाले इस रूट को अंतिम रूप दे दिया है, जिससे यूपी के कई जिलों के यात्रियों को फ़ायदा होगा। महीनों के व्यापक सर्वेक्षण के बाद, रेलवे अधिकारियों ने आगामी स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए रूट को अंतिम रूप दे दिया है।
यह ट्रेन लखनऊ से अपनी यात्रा शुरू करेगी और हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली जंक्शन, रामपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, हज़रत निज़ामुद्दीन और आगरा होते हुए मुंबई पहुँचेगी।सप्ताह में चार दिन चलने वाली इस ट्रेन में फर्स्ट, सेकंड और थर्ड एसी क्लास सहित 20 पूरी तरह से वातानुकूलित कोच होंगे, साथ ही दो एसएलआर कोच होंगे, जिसमें लगभग 1,200 यात्री बैठ सकेंगे। आधिकारिक समय सारिणी जून में आने की उम्मीद है, जबकि जुलाई तक सेवाएँ शुरू होने की संभावना है।
स्लीपर वंदे भारत एक बहुत जरूरी विकल्प
यह नया रूट उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लिए एक बड़ा बढ़ावा है, खासकर मुंबई आने-जाने वाले रोज़ाना और अक्सर यात्रा करने वाले लोगों के लिए। बरेली लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस और रामनगर-बांद्रा एक्सप्रेस जैसी मौजूदा ट्रेनें अक्सर फुल चलती हैं, ऐसे में स्लीपर वंदे भारत एक बहुत जरूरी विकल्प है।बढ़ी हुई गति, आराम और विश्वसनीयता प्रदान करने वाली यह नई सेवा हज़ारों लोगों के लिए लंबी दूरी की ट्रेन यात्रा को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है।