नई दिल्ली- चालू वित्त वर्ष 2023-24 में पहली बार अक्टूबर के वस्तु निर्यात में बढ़ोतरी की पूरी संभावना है। अप्रैल से लेकर सितंबर तक वस्तु निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन मुख्य रूप से इंजीनियरिंग वस्तु, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स व कृषि वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी की वजह अक्टूबर के निर्यात में बढ़ोतरी हो सकती है। यह बढ़ोतरी दर अधिकतम पांच प्रतिशत तक रह सकती हैl
वाणिज्य सचिव ने भी पिछले महीने अक्टूबर के वस्तु निर्यात में बढ़ोतरी की उम्मीद जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि नए बाजार की तलाश में सफलता से हमारे निर्यात की गिरावट कम हो रही है और आने वाले महीनों में वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी होगी। अक्टूबर के पहले दो सप्ताह के निर्यात में बढ़ोतरी का रुख रहा है।
15 नवंबर को जारी होंगे निर्यात के आंकड़े
आगामी 15 नवंबर को अक्टूबर के निर्यात का आंकड़ा जारी किया जाएगा। निर्यात में गिरावट की दर भी पिछले एक-दो माह से कम हो रही है। इस साल जून-जुलाई में वस्तु निर्यात की गिरावट दर 10 प्रतिशत से अधिक चल रही थी जो सितंबर में 2.62 प्रतिशत रह गई। विदेश व्यापार विशेषज्ञों के अनुसार पिछले दो माह से इंजीनियरिंग गुड्स के निर्यात में बढ़ोतरी दिख रही है जो कुल वस्तु निर्यात के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
वस्तु निर्यात का कुल निर्यात में इसकी 20 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। सितंबर में इंजीनियरिंग गुड्स के निर्यात में पिछले साल सितंबर की तुलना में 6.79 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही जबकि इस साल अप्रैल से अगस्त तक इंजीनियरिंग गुड्स के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई। इस साल सितंबर में भी पेट्रोलियम पदार्थ एवं जेम्स व ज्वैलरी को छोड़ दे तो वस्तुओं के कुल के निर्यात में बढ़ोतरी रही।
डेयरी व पोल्ट्री उत्पाद, प्रोसेस्ड खाद्य आइटम, तिलहन व ऑयल मिल्स के बेहतर प्रदर्शन से भी वस्तु निर्यात को समर्थन मिल रहा है। इस साल अप्रैल-सितंबर में 211 अरब डॉलर का वस्तु निर्यात किया जा चुका है जबकि पिछले साल अप्रैल-सितंबर में 231 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था।