नई दिल्ली– राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण ) की ओर से तीसरी, छठीं और नौंवी कक्षा के छात्रों के भाषा एवं गणित ज्ञान का पता लगाने की परीक्षा का आयोजन 3 नवंबर को किया जाएगा। इस परख परीक्ष में देशभर के 4.8 लाख से अधिक सरकारी और निजी स्कूलों के कुल 1,12,72,836 छात्रों ने पंजीकरण कराया है।
एनसीईआरटी ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 में पहली बार ब्लॉक स्तर के स्कूलों को राज्य शिक्षा उपलब्धि सर्वे में शामिल किया है। इससे सटीक नतीजे सामने आएंगे। एनसीईआरटी की वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 के अंतर्गत परख परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इसके जरिये तीसरी और छठीं कक्षा के छात्रों में भाषा और गणित की बुनियादी समझ को परखा जाना। साथ ही नौंवी कक्षा के छात्रों की परीक्षा से पता चलेगा कि वे अपनी कक्षा में कितना सीख पा रहे हैं।
परीक्षा रिपोर्ट के आधार पर स्कूली शिक्षा में जरूरी बदलाव पर फोकस किया जाएगा। क्योंकि इसके माध्यम से पता चलेगा कि छात्रों में उनकी उम्र और कक्षा के आधार पर कितनी समझ विकसित हो पा रही है। इस सर्वेक्षण के दौरान उनकी कक्षा से लेकर पूर्व की कक्षाओं तक में दी गई शिक्षा के बारे में प्रश्न पूछे जा सकते हैं। परख परीक्षा शिक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण से मिलती-जुलती है। हालांकि उसमें विषय अधिक होते हैं।
एक से डेढ़ घंटे की परीक्षा
कक्षा तीसरी की परीक्षा एक घंटे यानी 60 मिनट की होगी। इसमें गणित और भाषा विषय में से कुल 40 प्रश्न पूछे जाएंगे। जबकि कक्षा छठीं की परीक्षा 75 मिनट की होगी। इसमें गणित और भाषा विषय में 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। वहीं, कक्षा नौंवीं की परीक्षा में छात्रों को 90 मिनट का समय मिलेगा। इसमें कुल 60 प्रश्न पूछे जाएंगे।
- तीसरी कक्षा में 1,38, 394 स्कूल और 36,06, 573 छात्र पंजीकृत हैं।
- छठीं कक्षा में 1, 34, 560 स्कूल और 37, 89, 582 छात्र पंजीकृत हैं।
- नौंवी कक्षा में 1,35,094 स्कूल और 38, 76, 681 छात्र पंजीकृत हैं।