नई दिल्ली-अक्टूबर का महीना गुजरने के साथ मौसम का रुख भी पलटने वाला है।मौसम विभाग ने बताया है कि इस समय उत्तर और पश्चिम से लेकर मध्य भारत तक ड्राइ नॉर्थ-वेस्ट हवाएं चल रही हैं। उत्तर के पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद ये हवाएं बर्फीले इलाकों से गुजरती हुई मध्य भारत तक ठंडक लेकर पहुंचेंगी। देश के 10 राज्यों में ठिठुरन भरी सर्दी आने के आसार हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के साथ गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना में तापमान 6 से 7 नवंबर के बीच तेजी से गिरेगा। दिन और रात के तापमान में 11 से 17 डिग्री का अंतर आने के आसार हैं।
दिन में मौसम साफ रहेगा, सुबह-शाम सर्दी बढ़ेगी
अगले हफ्ते से गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में आसमान साफ रहने से रात से सुबह के समय सर्दी महसूस होगी, लेकिन दोपहर का तापमान अभी 30 से 35 डिग्री के बीच ही रहेगा। मध्य भारत तक के हिस्सों में सुबह और शाम के समय धुंध और कुहासा छा सकता है। अगले एक हफ्ते में धीरे-धीरे तापमान गिरेगा।
इस बार ज्यादा सर्दी का कारण
विश्व मौसम संगठन के मुताबिक, वैश्विक मौसमी घटना ला-नीना परिस्थितियां उत्तरी गोलार्ध में 2022-23 की सर्दियों के दौरान जारी रहेंगी। यानी इसके मार्च 2023 तक बने रहने की संभावना है। इसके चलते अगले चार महीने कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है।
इस बार अधिक बारिश हुई, सर्दी पर असर
मौसम विभाग के रिकॉर्ड बताते हैं कि मानसून में कम/ज्यादा बारिश का सर्दी से संबंध नहीं होता। जैसे इस बार सामान्य से 6 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। मानसून के बाद भी करीब 65% ज्यादा बारिश हुई। फिर विदाई देर से हुई तो सर्दी भी ज्यादा पड़ेगी, ऐसा नहीं कहा जा सकत इस साल सर्द दिनों की संख्या औसत से अधिक रहेगी। यह लगातार तीसरी सर्दी होगी, जब सर्दी में ला-नीना परिस्थितियां बनी रहेंगी। इसका असर बंगाल की खाड़ी में भी दिखेगा। एक समुद्री तूफान सितरांग गुजर चुका है। अगले दो से तीन महीनों में कई तूफान विकसित हो सकते हैं।