Electricity Bill: देश में बिजली लगभग हर कोने में पहुंची हुई है. हर घर में बिजली की खपत होती है. साथ ही कई ऐसे कारोबार भी हैं, जहां बिजली की खपत काफी ज्यादा मात्रा में की जाती है. अब बिजली को लेकर एक अहम खबर सामने आई है. दरअसल, देश में बिजली की खपत में इजाफा देखा गया है. इसके साथ ही देश में बिजली की खपत की मात्रा बढ़ गई है. दरअसल, इसके पीछे गर्मी का मौसम भी वजह रहा है. गर्मी के मौसम में बिजली की खपत बढ़ ही जाती है.
बिजली की खप
देश में बिजली की खपत मई में 1.04 प्रतिशत की मामूली वृद्धि के साथ 136.56 अरब यूनिट (बीयू) रही है. मई में अधिकतर समय बारिश होने के कारण तापमान में खास गिरावट नहीं आई और लोगों ने ठंडक देने वाले उपकरणों का उपयोग पिछले वर्ष की तुलना में कम किया. बारिश के कारण भी कुछ इलाकों में असर देखने को मिला है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
वहीं पिछले वर्ष मई में बिजली खपत 135.15 अरब यूनिट रही थी, जबकि मई, 2021 में यह 108.80 अरब यूनिट थी. इस वर्ष देशभर में बेमौसम बारिश के कारण मार्च और अप्रैल में भी बिजली खपत प्रभावित हुई. विशेषज्ञों का कहना है कि मार्च, अप्रैल और मई में बेमौसम बारिश के कारण बिजली खपत प्रभावित हुई. बिजली मंत्रालय ने इस गर्मी में बिजली मांग के 229 गीगावॉट तक पहुंचने की संभावना जताई है. लेकिन अप्रैल-मई में मुख्य रूप से बेमौसम बारिश के कारण खपत अनुमान से कम रही.
बारिश का अनुमान
वहीं अब देश के कई इलाकों में बारिश के हाल बने हुए हैं. मई के बाद अब जून में भी मौसम विभाग की ओर से कई इलाकों में बारिश का अनुमान जताए जाने से असर पड़ सकता है. बारिश के बाद ठंडक होने से एसी, कूलर आदि की खपत कम भी हो जाती है.