कुलथी दाल जो हैं मिनरल्स और विटामिंस का खजाना, जानिए इसके सेवन के फायदे

दालों को प्रोटीन का सबसे बढ़िया स्रोत माना जाता है। अरहर दाल, मसूर दाल, चना दाल, मूंग दाल, उड़द दाल लगभग हर भारतीय घर में पाई जाती है। इनसे तरह-तरह की डिशेज तैयार होती हैं। हालांकि एक दाल ऐसी है जिसमें सबसे अधिक न्यूट्रिएंट्स हैं। यह है कुलथी दाल। शहरों में यह उतना पॉपुलर नहीं है जितना कि ग्रामीण इलाकों में। इसका कारण है इसमें मौजूद पोषक तत्व। पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन के साथ इसमें मिनरल्स और विटामिंस भी होते हैं।

किडनी स्टोन को यूरिन के रास्ते करती है बाहर

कुलथी दाल को दाल कम दवा के रूप में अधिक देखा जाता रहा है। डाइटीशियन डॉ. विजयश्री प्रसाद बताती हैं कि इस दाल में कई न्यूट्रिएंट्स के अलावा कम मात्रा में कई बायोएक्टिव पदार्थ पाए जाते हैं जैसे-फेनोलिक एसिड, फ्लैवोनॉड्स और टैनिंस। ये कई तरह की बीमारियों को खत्म या कम करती हैं।

कुलथी की दाल किडनी में बने स्टोन को गलाने में मदद करती है। स्टोन गलकर यूरिन के रास्ते निकल जाता है। इसके नियमित सेवन से कांस्टिपेशन को दूर किया जा सकता है। आयुर्वेद में बताया गया है कि इससे गॉल ब्लाडर में जमे स्टोन को भी बाहर निकाला जा सकता है। रेगुलर कुलथी दाल खाने से कोलोन कैंसर का भी रिस्क कम रहता है।

पाइल्स के रोगियों के लिए लाभदायक

कुलथी दाल पाइल्स के रोगियों के लिए भी अच्छा मानी जाती है। इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसे सलाद के रूप में कच्चा खा सकते हैं। इसे रात में भिगो कर रखें और सुबह इसके पानी को पी जाएं तो पाइल्स में काफी राहत मिलती है।

डिलीवरी के बाद महिलाएं करें सेवन

हर दिन कुलथी दाल का एक चम्मच पाउडर भी न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है। खासकर डिलीवरी के बाद प्रसूता को कम से कम डेढ़ महीने तक इसका सेवन लाभ पहुंचाता है। कुलथी दाल का पानी या सूप पीने से महिलाओं को भरपूर आयरन की मात्रा मिलती है। जो माएं ब्रेस्ट फीडिंग कराती हैं उनमें दूध बढ़ाने में कारगर होती है।

100 ग्राम कुलथी दाल में ये हैं न्यूट्रिएंट्स

  • प्रोटीन 21 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट 48 ग्राम
  • वसा 0.6 ग्राम
  • फाइबर 7.9 ग्राम
  • कैलोरी 330 कैलोरी

कोलेस्ट्रॉल को रखे कंट्रोल में

कुलथी की दाल शरीर में LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है। वहीं HDL यानी गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है। डॉ. विजयश्री के अनुसार, डाइट में कुलथी दाल को शामिल किया जाए तो कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है।

सर्दियों में शरीर रखे गर्म

आयुर्वेद में कुलथी की तासीर को गर्म बताया गया है। सर्दियों में लोगों को सर्दी-जुकाम, खांसी की शिकायत अधिक होती है। कुलथी दाल खाने से सीजनल फ्लू तो दूर होता ही है, शरीर को भी गर्म रखने में मदद मिलती है।

ब्लड ग्लूकोज भी रखे नियंत्रित

कुलथी की दाल में ऐसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो ब्लड ग्लूकोज लेवल को नियंत्रित रखते हैं। डायबिटीज रोगियों को कुलथी दाल खाने की सलाह दी जाती है।

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