नई दिल्ली- घरों में ज्यादातर लोग सुबह नाश्ते में ब्रेड खाना पसंद करते हैं। अभी मार्केट में कई तरह की ब्रेड मिलती हैं। सफेद ब्रेड, ब्राउन ब्रेड और मल्टीग्रेन ब्रेड जैसी कई ब्रेड बाजार में मिल रही हैं। लेकिन क्या आपको पता है आप जो ब्रेड खा रहे हैं उसमें कितना आटा मिला है और बाकी क्या चीजें मिली हैं? ब्रेड के पैकेटों पर इस तरह की जानकारी नहीं होती है।
FSSAI ने जारी किए सख्त दिशानिर्देश
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने ब्रेड निर्माताओं के लिए लेबलिंग को लेकर सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं। ये नियम अगले साल मई से लागू हो जाएंगे। अब बेकरियों को यह सुनिश्चित करने की जरूरत होगी कि पूरी गेहूं की ब्रेड कम से कम 75% पूरे गेहूं के आटे से बनी हो और ब्राउन ब्रेड में कम से कम 50% साबुत गेहूं का आटा हो।
अभी सामान को लेकर नहीं है स्पष्टता
मौजूदा समय में जितने भी ब्रांड की ब्रेड बाजार में आ रही है उनमें सामग्री को लेकर बहुत अस्पष्टता है। निर्माता अपने स्वयं के पर्सनल फार्मुले के मुताबिक सामान का इस्तेमाल कर रहे हैं। अभी इस बात की भी संभावना है कि बाजार में मिल रही ब्राउन ब्रेड बस कहने के लिए ही गेहूं की हो असल में वो मैदे से बनी भी हो सकती है।
बाजार में जानकारों का कहना है कि ऐसा होने पर इस बात की भी संभावना है कि ब्रेड की कीमतों में बढ़ोतरी हो जाए। अब कंपनियों को पैकेजिंग को भी बदलने की जरूरत पड़ेगी। इसमें कई बदलाव होंगे। ऐसे में ब्रेड निर्माता कीमतें बढ़ा सकते हैं।