टेलीकॉम डिपार्टमेंट की ओर से जारी इस एडवाइजरी में सरकार ने बताया है कि कई लोगों को DoT के नाम से आ रहे कॉल पर लोगों को यह बताकर धमकाया जा रहा है कि आपका नंबर से इलीगल एक्टिविटी हुई है। आपका मोबाइल नंबर बंद कर दिया जाएगा।
वाट्सएप कॉल के लिए भी एडवाइजरी
मोबाइल नंबर बंद होने से रोकने के लिए कॉलर लोगों से पर्सनल जानकारी मांगता है। इसे देते ही लोग फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा सरकार ने विदेशी नंबर (जैसे- +92) से आने वाले वाट्सएप कॉल के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। अगर आप ऐसे किसी फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो सरकार की हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या www.cybercryme.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
साइबर ठगी या क्राइम से बचने के उपाए
- किसी के साथ भी अपने अकाउंट की डिटेल्स जैसे ATM का नंबर या चार अंकों का पिन शेयर ना करें।
- बैंक कभी भी आपसे इस तरह की जानकारी नहीं मांगता है। किसी भी तरह का संदेह होने पर बैंक जाकर संपर्क करें।
- संभव हो तो अपने सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल जानकारी या अपना नंबर शेयर ना करें
- अपने ATM या Gmail, Facebook, Instagram के पासवर्ड को कुछ महीनों के बाद चेंज करते रहें।
- अगर आपको कोई पैसे भेज रहा है, तो इसके लिए आपके नंबर पर कोई पिन नहीं आता है, अगर आए तो उसे शेयर ना करें। यह फ्रॉड है।
- कोई भी ऐप इंस्टॉल होने के बाद आपसे कुछ परमिशन मांगता है। जैसे कि लोकेशन, कैमरा, फोटो और वीडियो। लोग जल्दबाजी में बिना देखे ही OK करते जाते हैं। ऐसा करने से बचें। किसी भी ऐप की गाइडलाइंस को ध्यान से पढ़ें।
सरकार के चक्षु पोर्टल पर कर सकते हैं शिकायत
सरकार ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए चक्षु पोर्टल भी लॉन्च किया है। सरकार चक्षु के लिए एक ऐप बनाने पर भी काम कर रही है। अगर आपके पास धोखाधड़ी के इरादे से कोई कॉल, SMS या व्हाट्सएप मैसेज आता है तो पोर्टल पर उसकी रिपोर्ट दर्ज करा सकते हैं।शिकायत में कॉल या SMS आने का समय, तारीख और इससे जुड़ी सभी जानकारियां देनी होती हैं। रिकॉर्ड के तौर पर ऐसे कॉल या मैसेज का स्क्रीनशॉट भी होता है।