अक्सर देखने को मिलता है कि बर्तन को साफ करने के दौरान उस पर झाग या साबुन के कुछ कण लगे रह जाते हैं। जो खाने के साथ पेट में जाते हैं। इससे फूड पॉइजनिंग, डायरिया और अल्सर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा होता है।
खाना पचाने वाले गुड बैक्टीरिया को मारेगा साबुन और डिटर्जेंट
बर्तन धोने के लिए लिक्विड या साबुन के फॉर्म में डिटर्जेंट मिलते हैं। ये साबुन जूठे बर्तनों से जिद्दी दाग और जहरीले बैक्टीरिया-वायरस के खात्मे के लिए बने होते हैं। लेकिन कई बार जल्दबाज़ी के चलते बर्तन में साबुन के कुछ कण रह जाते हैं। जो बाद में खाने के साथ पेट में चले जाते हैं।
पेट में बैक्टीरिया होते हैं। इन्हें गुड बैक्टीरिया कहा जाता है। क्योंकि ये सेहत के लिए फायदेमंद होते और खाने को पचाने में मदद करते हैं।लेकिन जब पेट में बर्तन धोने का साबुन जाता है तो वह इन गुड बैक्टीरिया को भी खत्म कर देता है। जिसके चलते किसी भी तरह का खाना, भले वह लिक्विड डाइट ही क्यों न हो; वह नहीं पचता।पेट में जाने वाला साबुन में ऐसे केमिकल मिले होते हैं कि वह मल के रूप में बाहर नहीं आता। बल्कि वह धीरे-धीरे पेट की सतह पर जमता जाता है। जो आगे चल कर अल्सर का कारण भी बन सकता हैl बर्तन धोने का साबुन, लिक्विड और पाउडर में कई तरह के कीटनाशक मिले होते हैं। खाने में इसका मिलना जहर के समान है।
बर्तन धोने के साबुन में ट्राईक्लोसन, फॉस्फेट, सोडियम लॉरिल सल्फेट (SLS) और आर्टिफिशियल महक मिली होती है। इनमें से ज्यादातर केमिकल कीटनाशक के रूप में भी उपयोग किए जाते हैं। ये केमिकल बर्तन के कीटाणुओं को मारने के लिए तो ठीक होते हैं। लेकिन अगर इनकी थोड़ी मात्रा भी पेट में चली जाए तो ये बड़ा नुकसान कर सकते हैं।
पेट में बर्तन धोने का साबुन जाए तो होंगे ये नुकसान-
- पेट में सूजन का
- अल्सर
- फूड पॉइजनिंग
- डायरिया
- जोड़ों में दर्द
- जलन
बर्तन को धोने के बाद अच्छे से पोछें, सूखे बर्तन में दाग का मतलब है साबुन
बर्तन को धोने के तुरंत बाद अलग साफ कपड़े से पोंछ लिया जाए तो उसमें साबुन के कण के चिपके रहने की आशंका काफी कम हो जाती है। कई बार सूखने के बाद बर्तन की सतह पर दाग नजर आते हैं। दरअसल, ये साबुन के सूखे कण होते हैं। ऐसे में बर्तन को फिर से पानी से धोने के बाद ही उपयोग में लाना चाहिए।
बोतल, टिफिन, थर्मस, स्ट्रॉ वगैरह को धोते हुए खास सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि इनकी बनावट के चलते इनमें साबुन के कण और झाग के लगे रह जाने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।