तेज हवाएं, तूफान, बारिश… अपना भयानक रूप दिखा रहा हैं “चक्रवात मोचा”

चक्रवात मोचा: बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान ‘मोचा’ अब खतरनाक रूप ले रहा है. खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में गहरा दबाव पिछले 6 घंटे के दौरान 8 किमी प्रति घंटे की स्पीड के साथ उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है. आईएमडी का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर गहरा दबाव एक चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ में बदल गया है. आज यानी गुरुवार (11 मई) की आधी रात को यह गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. इसके कारण बांग्लादेश और म्यांमार में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.

अधिकारियों ने बताया कि ‘मोचा’ के कारण अंडमान में भारी बारिश होने की संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सुबह साढ़े आठ बजे चक्रवाती तूफान पोर्ट ब्लेयर के 510 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में था. इस तूफान के आज रात गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है.

13 मई की शाम को पहुंचेगा अपने चरम पर 

मौसम विभाग ने कहा कि ये 13 मई की शाम को अपने चरम पर पहुंचेगा और फिर14 मई की सुबह से इसके थोड़ा कमजोर होने की संभावना है. विभाग ने बताया कि इस तूफान के कॉक्स बाजार और क्यॉकप्यू के बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों को 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पार करने की संभावना है.

म्यांमार और बांग्लादेश में लोगों की निकासी के आदेश जारी

म्यांमार और बांग्लादेश के निचले इलाकों से लोगों की निकासी की जा रही है. बांग्लादेश ने मछली पकड़ने वाली नौकाओं के गहरे समुद्र में जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. इससे पहले बांग्लादेश नवंबर 2007 में एक तूफान की चपेट में आया था, तब चक्रवात सिद्र ने देश के दक्षिण-पश्चिम में तबाही मचाई थी, जिसमें 3,000 से अधिक लोग मारे गए थे. वहीं मई 2008 में चक्रवात नरगिस ने देश की सबसे खराब प्राकृतिक आपदा में म्यांमार में कम से कम 138,000 लोग मारे या लापता हो गए थे.

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