प्लेसमेंट सपोर्ट टीम गठित करने के निर्देश
फिलहाल जो मसौदा तैयार किया गया है, उनमें संस्थानों को कौशल आधारित शिक्षा के साथ ही इस बात की भी चिंता करनी होगी कि इस शिक्षा को हासिल करने के बाद छात्रों को रोजगार भी मिल जाए। इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थानों से अपना एक जॉब पोर्टल और प्लेसमेंट सपोर्ट टीम गठित करने को कहा गया है।इसके साथ कौशल आधारित कोर्स व विषयों की पढ़ाई के बाद उससे जुड़े रोजगार देने वाले उद्योगों व क्षेत्रों की पहचान करने का भी सुझाव दिया है, जिसमें ऐसे उद्योगों की सूची तैयार करने, उनके साथ रोजगार व इंटर्नशिप को लेकर समझौते करने और संबंधों स्थापित करने के लिए एक सेल गठित करने को भी कहा है।
नई शिक्षा नीति के तहत की गई हैं सिफारिशें
यूजीसी ने कौशल आधारित शिक्षा के लिए तैयार मसौदे में किसी भी कोर्स की पढ़ाई के दौरान थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल और इंटर्नशिप पर भी बड़ा फोकस किया है, जिसमें प्रत्येक संस्थानों से ऐसे उद्योगों की पहचान करने व संस्थानों से निकलने वाले छात्रों को इंटर्नशिप का मौका मुहैया कराने के लिए रोडमैप तैयार करने की सुझाव दिया है। युवाओं को कौशल आधारित शिक्षा देने की यह पहल नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के तहत की गई है।