नई दिल्ली: साइबर क्राइम और स्पैम कॉल को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने चक्षु प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है. चक्षु के जरिए लोग आसानी से साइबर क्राइम या फिर स्पैम कॉल को रिपोर्ट कर सकते हैं. बता दें कि दूरसंचार विभाग ने संचार साथी पोर्टल के हिस्से के रूप में सोमवार को डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म और चक्षु लॉन्च किया है, जिसका अनावरण पिछले साल मई में किया गया था.
चक्षु का इस्तेमाल नागरिकों द्वारा फ्रॉड या फिर स्पैम कॉल को रिपोर्ट करने के लिए किया जा सकता है, जिसमें उपयोगकर्ता नंबर, मैसेज आदि भी शामिल है. उपयोगकर्ता, संचार साथी पोर्टल पर इनबिल्ट चक्षु विंडो पर लॉग इन कर सकते हैं और एसएमएस, कॉल या व्हाट्सएप जैसे धोखाधड़ी के माध्यम से संबंधित विवरण के साथ एक फॉर्म भर सकते हैं. हालांकि, उपयोगकर्ताओं को यह बताना होगा कि संचार किस श्रेणी में फिट बैठता है, जैसे कि सेक्सटॉर्शन, फेक उपभोक्ता हेल्पलाइन, फेक केवाईसी आदि. इसके बाद उपयोगकर्ता अपनी शिकायत से संबंधित स्क्रीनशॉट या फिर किसी अन्य जानकारी को भी शामिल कर सकता है.
महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म एक इंटर-एजेंसी है जो साइबर आपराधिक डेटा को बैंको, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और वॉलेट ऑपरेटरों आदि के साथ साझा करने में अहम भूमिका निभाएगा. आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “संदिग्ध धोखाधड़ी के मामले में डेटा लगभग वास्तविक समय में सभी हितधारकों के साथ साझा किया जाएगा.” इससे पहले, कानून प्रवर्तन, बैंकों और वित्तीय सेवा प्रदाताओं सभी को धोखाधड़ी वाले नंबरों की रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत रूप से ऐसा किया था.”
उन्होंने कहा, “लेकिन DIP एक यूनिफाइड प्लेटफॉर्म है जिसपर आप तुरंत फ्रॉड को रिपोर्ट कर सकते हैं. पिछले साल मई में लॉन्च किए गए सिस्टम का यह नैचुरल प्रोग्रेशन है और इन दोनों प्लेटफॉर्म की मदद से साइबर फ्रॉड की पहचान करने के पेस में तेजी आएगी”.उन्होंने कहा इस तरह के प्लेटफॉर्म की मदद से लगभग 1,008 करोड़ तक की धोखाधड़ी को रोका जा चुका है. DoT ने मई 2023 में संचार साथी प्लेटफॉर्म लॉन्च तिया था. वैष्णव ने कहा, “हमने असरदार तरीके से अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल को कंट्रोल किया है, जो पिछले कुछ वक्त में खतरा बन गई थीं.”