मध्य रेल ने बिना टिकट/अनधिकृत यात्रा के 36.28 लाख मामलों का पता लगाया, जिससे वित्तीय वर्ष 2022-23 (अप्रैल-दिसंबर) में 238.72 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया गया, जो गत वर्ष 2021-22 के इसी अवधि के अर्जित 146.04 करोड़ रुपये से 63.46% अधिक है।
मध्य रेल द्वारा अर्जित 238.72 करोड़ रूपये भारतीय रेल के किसी भी जोन से अर्जित टिकट चेकिंग से अब तक का सबसे अधिक है। उल्लेखनीय है कि मध्य रेल का 238.72 करोड़ रुपये का राजस्व केवल 9 महीने में अर्जित किया गया है, जबकि अब तक का सर्वाधिक राजस्व रु. मध्य रेल का 214.14 करोड़ राजस्व पूरे वित्तीय वर्ष 2021-22 में किया था।
सभी वास्तविक रेल उपयोगकर्ताओं के लिए आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए, मध्य रेल बिना टिकट और अनियमित यात्रा पर अंकुश लगाने के लिए अपने सभी मंडलों में उपनगरीय, मेल एक्सप्रेस, यात्री सेवाओं, विशेष ट्रेनों में गहन टिकट चेकिंग अभियान चलता है। मध्य रेल यात्रियों से अपील करता है कि वे असुविधा से बचने और गरिमा के साथ यात्रा करने के लिए उचित और वैध रेलवे टिकट के साथ यात्रा करें।