केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी मोबाइल फोन निर्माताओं के लिए जारी एडवाइजरी में कहा, ‘एफएम रेडियो भरोसेमंद सिस्टम है। प्राकृतिक आपदाओं के वक्त एफएम स्टेशन स्थानीय अधिकारियों और नागरिकों के बीच महत्वपूर्ण लिंक का काम करते हैं। किसी भी आपात स्थिति में सरकार द्वारा रियल टाइम में सूचना दे पाना एफएम रेडियो के बिना संभव नहीं हो पाता।’
केंद्र ने इस एडवाइजरी में अंतरराष्ट्रीय संचार संघ (आईटीयू) का भी हवाला दिया है
मंत्रालय ने भारतीय सेलुलर व इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) और मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन फॉर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एमएआईटी) से कहा है कि यह महत्वपूर्ण एडवाइजरी सभी उद्योग संगठनों और मोबाइल फोन निर्माताओं को प्राथमिकता के आधार पर बताई जाए। केंद्र ने इस एडवाइजरी में अंतरराष्ट्रीय संचार संघ (आईटीयू) का भी हवाला दिया है। इसका मानना है कि प्राकृतिक आपदा में रेडियो प्रसारण शुरुआती चेतावनी देने और जिंदगी बचाने का सबसे प्रभावी तरीका है। कोरोना महामारी के दौरान लोगों तक महत्वपूर्ण जानकारी पहुंचाने में रेडियो से बड़ी मदद मिली थी।
उद्योग से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि एफएम चैनल संगीत की सुविधा देते हैं जो सभी के लिए मुफ्त है, इसलिए इसकी पहुंच भी ज्यादा लोगों तक है। ऐसे में यह एडवाइजरी एफएम रेडियो के श्रोताओं की संख्या बढ़ाने में भी मदद कर सकती है।