पुणे- जेईई-मेन (संयुक्त प्रवेश परीक्षा) में अनियमितताओं के संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दिल्ली-एनसीआर, इंदौर, पुणे, बैंगलोर और जमशेदपुर में कई स्थानों पर तलाशी ले रहा है। जेईई भारत के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित एक इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड, उसके निदेशकों- सिद्धार्थ कृष्णा, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एफिनिटी एजुकेशन और उसके स्टाफ मेंबर्स पर चल रही जेईई (मेन्स) परीक्षा 2021 में अनियमितताओं का आरोप लगा है।
FIR के अनुसार, आरोपी जेईई (मेन्स) की ऑनलाइन परीक्षा में हेराफेरी कर रहे थे और छात्रों को बड़ी रकम के बदले टॉप एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में प्रवेश दिलाने के लिए रिमोट एक्सेस के जरिए सोनीपत (हरियाणा) में एक चुने हुए परीक्षा केंद्र से आवेदक का प्रश्न पत्र हल कर रहे थे।
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा, ‘आरोपी सिक्योरिटी के रूप में देश के विभिन्न हिस्सों में इच्छुक छात्रों से उनकी दसवीं और बारहवीं की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और पोस्ट-डेटेड चेक लेते थे। एक बार प्रवेश हो जाने के बाद, वे प्रति उम्मीदवार 12-15 लाख रुपये तक की राशि वसूलते थे।’
सीबीआई प्रवक्ता ने कहा, ‘दिल्ली और एनसीआर, पुणे, जमशेदपुर, इंदौर और बैंगलोर सहित 19 स्थानों पर तलाशी की जा रही है। तलाशी में 25 लैपटॉप, 7 पीसी, लगभग 30 पोस्ट-डेटेड चेक के साथ-साथ भारी मात्रा में आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। एजेंसी मामले के सिलसिले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है।