नई दिल्ली- संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट कर कहा कि सामान्य अवकाश के साथ 66 दिनों में कुल 27 बैठकें आयोजित की जाएंगी. जोशी ने कहा कि संसद का अवकाश 14 फरवरी से 12 मार्च तक रहेगा. संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने बताया कि संसद में अवकाश 14 फरवरी से 12 मार्च तक होगा, ताकि विभागों की संबंधित संसदीय स्थायी समितियां अनुदान मांगों की जांच कर सकें और अपने मंत्रालयों/विभागों से संबंधित रिपोर्ट तैयार कर सकें.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट पेश करेंगी. बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करने से होगी. पिछले साल जुलाई में राष्ट्रपति बनने के बाद से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में यह पहला संबोधन होगा. इससे पहले एक खबर में कहा गया था कि बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा.
इन मुद्दों पर होगी विशेष चर्चा
बजट सत्र के पहले भाग के दौरान दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी और उसके बाद बजट पर चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे, जबकि सीतारमण बजट पर बहस का जवाब देंगी. बजट सत्र के दूसरे हिस्से के दौरान विधायी एजेंडे के अलावा विभिन्न मंत्रालयों द्वारा अनुदान की मांगों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र तवांग में चीन की सेना के साथ भारतीय सेना के संघर्ष पर चर्चा करने की विपक्ष की मांग के बीच 23 दिसंबर को निर्धारित समय से छह दिन पहले समाप्त हो गया. इस दौरान लोकसभा में पेश किए गए नौ विधेयकों में से सात विधेयक लोकसभा में पारित किए गए. जबकि राज्यसभा में नौ बिल पास हुए.