अकोला- बच्चे के एडमिशन से लेकर उसके नाम पर इन्वेस्टमेंट करने के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है। 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड को “बाल आधार” कहा जाता है।यह 12 अंकों की विशिष्ट पहचान संख्या वाला डॉक्यूमेंट है, जो माता-पिता के आधार कार्ड से लिंक होता है। 5 साल से उम्र में बच्चों के बायोमेट्रिक डेटा (उंगलियों के निशान और आंखों का स्कैन) नहीं लिए जाते, क्योंकि इस उम्र में ये डेटा पूरी तरह विकसित नहीं होते। इसके बजाय, बच्चे की तस्वीर और माता-पिता की जानकारी के आधार पर आधार कार्ड जारी किया जाता है।
बाल आधार कहां बनवा सकते हैं?
आप किसी भी आधार सेवा केंद्र पर जाकर बाल आधार बनवा सकते हैं। कुछ अस्पतालों में जन्म के समय ही आधार नामांकन की सुविधा उपलब्ध होती है, जहां बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र और आधार एक साथ बनाया जाता है। आधार केंद्र पर आपको एक नामांकन फॉर्म दिया जाएगा। इसमें बच्चे का नाम, जन्म तिथि और माता-पिता की जानकारी (आधार नंबर सहित) भरनी होगी।
आधार कार्ड बनवाने के लिए दस्तावेज
- बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र: यह बच्चे की उम्र और पहचान वेरिफिकेशन के लिए जरूरी है। अस्पताल द्वारा जारी बर्थ सर्टिफिकेट मान्य होता है।
- माता-पिता का आधार कार्ड: माता या पिता में से किसी एक का आधार कार्ड अनिवार्य है, क्योंकि बच्चे का आधार उनके आधार से लिंक होता है।
- माता-पिता का मोबाइल नंबर: आधार कार्ड से संबंधित जानकारी और अपडेट्स के लिए मोबाइल नंबर लिंक करना जरूरी है।
बाल आधार बनवाने की प्रोसेस क्या है?
आपको ऊपर बताए गए डॉक्यूमेंट्स और बच्चे को लेकर आधार सेवा केंद्र जाना होगा। वहां फॉर्म भरकर इन डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी इसके साथ लगाकर कर्मचारी को देनी होगी। इसके बाद आधार केंद्र पर बच्चे की तस्वीर ली जाएगी।दस्तावेज जमा करने और प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आपको एक स्लिप दी जाएगी, जिसमें नामांकन नंबर होगा। इस नंबर से आप आधार कार्ड की स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
आमतौर पर 60-90 दिनों के भीतर आधार कार्ड आपके पंजीकृत पते पर डाक द्वारा भेज दिया जाता है। साथ ही, आपको मोबाइल नंबर पर आधार नंबर प्राप्त होने का संदेश मिलेगा। आप इसके ऑनलाइन UIDAI की साइट पर जाकर इसे ऑनलाइन डाउनलोड भी कर सकते हैं।5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए आधार कार्ड बनवाना पूरी तरह फ्री है। कोई नामांकन शुल्क नहीं लिया जाता।