नई दिल्ली- भाजपा के पदाधिकारियों की बैठक में सदस्यता अभियान और सांगठनिक चुनावों की रणनीति को हरी झंडी मिल गई है। इसके तहत भाजपा की राष्ट्रव्यापी सदस्यता का अभियान एक सितंबर से शुरू होगा। भाजपा के सदस्यता के साथ-साथ उसके मोर्चों की भी सदस्यता का अभियान चलेगा। भाजपा ने 10 करोड़ से अधिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड जैसे चुनावी राज्यों में सदस्यता अभियान चुनाव के बाद चलेगा। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को सदस्यता अभियान का राष्ट्रीय संयोजक और उपाध्यक्ष रेखा वर्मा को सह-संयोजक बनाया गया है।
इन तरीकों से दिलाई जाएगी सदस्यता
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के अनुसार पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में हुई बैठक सदस्यता अभियान की प्रक्रिया, नियम, तकनीक और समय सारिणी पर विस्तार से चर्चा हुई। एक कार्यशाला के रूप में हुई बैठक में पांच तरीके से सदस्य बनाने का फैसला किया गया। इसके तहत कोई भी व्यक्ति मिस्ड कॉल के माध्यम से सदस्य बन सकता है। 2019 में भी पहली बार मिस्ड काल को सदस्यता अभियान में शामिल किया गया था।
इस बार क्यूआर कोड और नमो एप को सदस्यता अभियान में शामिल किया गया है। यानी कोई भी व्यक्ति क्यूआर कोड को स्कैन कर या फिर नमो एप पर जाकर भाजपा का सदस्य बन सकता है। इसी तरह से भाजपा की आधिकारिक वेबसाइट बीजेपीडाटओआरजी के माध्यम से सदस्य बना जा सकता है। इन नई तकनीकों से वंचित व्यक्ति के लिए फिजिकल फॉर्म भरकर सदस्य बनने का पुराना तरीका भी जारी रहेगा।
जनवरी में होगा अध्यक्ष पद का चुनाव
सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद सांगठनिक चुनावों की प्रक्रिया शुरू होगी, जो मंडल, जिला से लेकर राज्य स्तर चलेगी। आधे राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जनवरी में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। संबित पात्रा के अनुसार भाजपा का सदस्यता अभियान सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी होगा। इसका मूल उद्देश्य भाजपा की राष्ट्र प्रथम की विचाराधारा का जनता के बीच विस्तार करना है।
बूथ से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक लोगों को जोड़ने की कोशिश
भाजपा की पूरा जोर बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अधिक से अधिक लोगों को भाजपा से जोड़ने की होगी। सदस्यता अभियान के दौरान राष्ट्रीय से लेकर मंडल स्तर तक के नेता संबंधित क्षेत्रों में प्रवास कर उसकी निगरानी करेंगे। ध्यान देने की बात है कि 2014 में अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते समय भाजपा ने 11 करोड़ सदस्य बनाया था।
2019 में जेपी नड्डा के अध्यक्ष बनने के बाद सात करोड़ नए सदस्य जोड़े गए थे। इस तरह से भाजपा के 18 करोड़ सदस्य हो गए थे। हालांकि पूरे सत्यापन के बाद इसकी संख्या घट कर 12.50 करोड़ तक पहुंच गई थई। पार्टी सूत्रों के अनुसार जब पूरे देश में सदस्यता अभियान खत्म होगा तो पिछली बार से आगे बढ़ने की संभावना है।