रूस कोविड-19 की एक और लहर से जूझ रहा है, जिसकी वजह से वहां लाॅकडाउन जैसी स्थिति है और पिछले सप्ताह अधिकतर आफिस और दुकानें बंद रहीं.
नई दिल्ली- क्या पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आ चुकी है? यह सवाल इसलिए क्योंकि यूरोप और रुस में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं. पीटीआई न्यूज ने आज यह सूचना दी है कि रुस में कोविड से करीब 1200 लोगों की मौत हुई है और 40 हजार से अधिक संक्रमण के नये मामले सामने आये हैं.
रूस की सरकार ने वायरस के प्रसार को काबू में करने के लिए छह दिन की राष्ट्रीय कार्यबंदी घोषित की थी. पिछले महीने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आदेश दिया था कि 30 अक्टूबर से सात नवंबर के बीच अधिकतर रूसी घर में ही रहें. उन्होंने जरूरत पड़ने पर इस लाॅकडाउन को बढ़ाने कीबात भी कही थी.
गौरतलब है कि बुधवार को डब्ल्यूएचओ की ओर से यह कहा गया था कि यूरोप में कोरोना वायरस के प्रसार की गति बहुत तेज हो गयी है और अगर यही स्थिति रही तो फरवरी तक वहां पांच लाख लोगों की मौत हो सकती है.
भारत में कोरोना के प्रसार के क्रोनोलाॅजी को अगर देखें तो यह कहा जा सकता है कि यहां कोरोना का संक्रमण फरवरी माह के बाद बढ़ना शुरू होता है. पिछले दो लहर में यह बात सामने आयी है. ऐसे में भारत में अगर मामले घटे हैं तो लापरवाही की जरूरत बिलकुल नहीं है, बल्कि और भी ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.