MCLR रेट में वृद्धि– अगर आप होम लोन, कार लोन और एजुकेशन लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपको लोन की ईएमआई चुकाना महंगा पड़ सकता है क्योंकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र और केनरा बैंक ने कर्ज की ब्याज दरें बढ़ा दी है. जिसका बोझ आम लोगों पर पड़ेगा. इससे आम लोगों को अपनी जेब अब और ढीली करनी पड़ेगी. बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 15 अप्रैल, 2023 से प्रभावी अपनी कर्ज पर दरों की सीमांत लागत (MCLR) में 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र में एक साल की एमसीएलआर दर 8.40 प्रतिशत से बढ़कर 8.50 प्रतिशत हो गई है, जिसका सीधा प्रभाव एक साल की अवधि के लिए होम लोन, कार लोन और एजुकेशन लोन लेने वाले ग्राहकों की ईएमआई पर पड़ेगा. वहीं एक महीने की MCLR बढ़कर 8.40 फीसदी और ओवरनाइट MCLR बढ़कर 7.90 फीसदी हो गई है. ब्याज दरों में यह बढ़ोतरी का फैसला देश में बढ़ती महंगाई की वजह से लिया गया है.
केनरा बैंक ने भी अपनी लोन की ब्याज दरों में 5 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है. बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 6 महीने और 1 वर्ष की समयसीमा के लिए MCLR दर अब क्रमश: 8.45 फीसदी और 8.65 फीसदी तय की गई है. हालांकि शेष अवधि वाले लोन के इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया.
फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी बढ़ाया इंटरेस्ट रेट
MCLR बढ़ोतरी के अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 2 करोड़ रुपए से कम की जमा राशि के लिए अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला किया है. बैंक अब 7 दिन से लेकर 5 साल तक की एफडी पर 2.75 फीसदी से लेकर 5.75 फीसदी तक की ब्याज दरों की पेशकश कर रहा है. बैंक 200 दिन की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर सबसे ज्यादा 7 फीसदी की दर से इंटरेस्ट दे रहा है.
ग्राहकों पर बोझ डालेगा महंगा कर्ज
बैंकों को ब्याज दरों में बढ़ोतरी से अपने शुद्ध ब्याज मार्जिन को बढ़ाकर अपने को संतुलित करने में मदद मिलने की उम्मीद है. लेकिन यह बढ़ोतरी उन ग्राहकों की जेब पर बोझ डालेगी, जिन्होंने बैंक से कर्ज लिया है. वो भी ऐसे समय में जब देश की इकोनॉमी अभी भी कोविड महामारी से उबर रही है. ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने आर्थिक स्थिति पर नजर रखें और उसी के अनुसार लोन लेने की योजना बनाएं.