नई होम लोन दर, नए लोन, बैलेंस ट्रांसफर और होम इम्प्रूवमेंट लोन के लिए अप्लाय करने वालों के लिए उपलब्ध है। बैंक ने कहा कि इंटरेस्ट रेट बॉरोवर के क्रेडिट स्कोर पर भी निर्भर करेगा। बैंक ने अपने ऐप या वेबसाइट के जरिए होम लोन के लिए आवेदन करने की प्रोसेस को भी डिजिटल बना दिया है। लोन के लिए आवेदन करने के लिए बैंक की ब्रांच में भी जा सकते हैं।
लोन लेने के लिए इन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत
- आईडी प्रूफ: पैन / पासपोर्ट / चालक का लाइसेंस / वोटर आईडी कार्ड
- ऐड्रेस प्रूफ: बिजली बिल / पानी का बिल / गैस कनेक्शन की कॉपी या पासपोर्ट / ड्राइविंग लाइसेंस / आधार कार्ड की कॉपी
- प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट: निर्माण की अनुमति, ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट, अप्रूव्ड प्रोजेक्ट की कॉपी, भुगतान रसीदें आदि
- अकाउंट स्टेटमेंट: पिछले 6 महीने का बैंक अकाउंट स्टेटमेंट और पिछले एक साल का लोन अकाउंट स्टेटमेंट (यदि लागू हो)
- इनकम प्रूफ:
नौकरीपेशा के लिए: पिछले 3 महीनों की सेलरी स्लिप / पिछले 2 सालों के लिए फॉर्म 16 की एक कॉपी / पिछले 2 फाइनेंशियल ईयर के लिए इनकम टैक्स रिटर्न की कॉपी। b. स्व-रोजगार के लिए: बिजनेस ऐड्रेस प्रूफ, पिछले 3 सालों का इनकम टैक्स रिटर्न, बैलेंस शीट, बिजनेस लाइसेंस और TDS सर्टिफिकेट (फॉर्म 16 A, यदि लागू) की जानकारी देनी होगी।
6 बार में 2.50% की बढ़ोतरी
RBI मंहागाई को काबू में लाने के लिए ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है। इससे होम लोन से लेकर ऑटो और पर्सनल लोन सब कुछ महंगा हो गया है। मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है। इस वित्त वर्ष की पहली मीटिंग अप्रैल में हुई थी। तब RBI ने रेपो रेट को 4% पर स्थिर रखा था, लेकिन RBI ने 2 और 3 मई को इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर रेपो रेट को 0.40% बढ़ाकर 4.40% कर दिया था।
22 मई 2020 के बाद रेपो रेट में ये बदलाव हुआ था। इसके बाद 6 से 8 जून को हुई मीटिंग में रेपो रेट में 0.50% इजाफा किया। इससे रेपो रेट 4.40% से बढ़कर 4.90% हो गई। फिर अगस्त में इसे 0.50% बढ़ाया गया, जिससे ये 5.40% पर पहुंच गई। सितंबर में ब्याज दरें 5.90% हो गई। फिर दिसंबर में ब्याज दरें 6.25% पर पहुंच गई। फरवरी में ब्याज दरें 6.50% पर पहुंच गई।