केंद्र सरकार की बड़ी सौगात – 1,324 करोड़ की मंजूरी
मुंबई – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बदलापूर–कर्जत तीसरी और चौथी लाइन प्रोजेक्ट को 1,324 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है। यह निर्णय बदलापूर–कर्जत लोकल से रोजाना यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों के लिए किसी बड़े गिफ्ट से कम नहीं है।
बदलापूर–कर्जत लाइन क्या है और क्यों ज़रूरी है?
बदलापूर–कर्जत मार्ग मुंबई उपनगरीय लोकल नेटवर्क का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस 32 किमी के रूट पर तीसरी और चौथी लाइन बनने से:
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लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी
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प्लेटफॉर्म पर और ट्रेनों में होने वाली भीड़ कम होगी
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कल्याण–कर्जत सेक्शन का दबाव घटेगा
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मुंबई–चेन्नई हाई डेंसिटी रेल नेटवर्क की क्षमता बढ़ेगी
प्रोजेक्ट की प्रमुख विशेषताएँ
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कुल लंबाई : 32 किलोमीटर
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बड़े पुल: 8
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छोटे पुल: 106
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रोड अंडर ब्रिज: 1
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स्टेशन: 6
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लागत : 1,324 करोड़ रुपये (महाराष्ट्र सरकार और रेलवे 50:50 में निवेश करेंगे)
यह रूट पश्चिम भारत को दक्षिण भारत से जोड़ने वाला अहम कॉरिडोर है।
यात्रियों और क्षेत्र को क्या बड़े फायदे होंगे?
1. लोकल यात्रा होगी ‘सुपरफास्ट’
ट्रैक बढ़ने से लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी।
इससे बदलापूर–कर्जत रोज आने-जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
2. मुंबई–पुणे यात्रा भी होगी तेज़
गाड़ियों की गति और संख्या बढ़ेगी, जिससे मुंबई–पुणे के यात्रियों को समय की बड़ी बचत होगी।
3. मालगाड़ी संचालन तेज़ होगा
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हर साल 7.2 मिलियन टन अतिरिक्त माल परिवहन संभव होगा
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लॉजिस्टिक लागत में लगभग 46.2 करोड़ रुपये की बचत
4. डीज़ल और प्रदूषण में भारी कमी
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हर साल 41 लाख लीटर डीज़ल की बचत
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2 करोड़ किलोग्राम CO₂ उत्सर्जन में कमी — यानी 8 लाख पेड़ लगाने के बराबर
5. रोजगार और औद्योगिक विकास बढ़ेगा
नए अवसर पैदा होंगे:
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निर्माण क्षेत्र
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लोकल व्यावसायिक गतिविधियाँ
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औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार
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स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार और स्वयंरोज़गार
न्यू इंडिया विज़न के अनुरूप बड़ा कदम
यह पूरा प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत ‘नए भारत के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर’ के दृष्टिकोण पर आधारित है।
इससे न केवल रेल नेटवर्क मजबूत होगा, बल्कि पूरा बदलापूर–कर्जत क्षेत्र आर्थिक और सामाजिक रूप से आगे बढ़ेगा।




