बीज और सूखे मेवे शरीर के लिए दवा का काम करते हैं, बशर्ते सेवन का तरीक़ा सही हो। इनसे शरीर मज़बूत होने के साथ बीमारियों से भी सुरक्षित रहता है। इसलिए सेवन करने से पहले सही तरीक़ा जानना उचित होगा।सूखे मेवे और बीज वो सुपरफूड हैं जिन्हें रोज़ आहार में शामिल करना चाहिए। मेवों और बीजों में आवश्यक फैट्स, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल होते हैं। यदि नियमित रूप से इनका सेवन किया जाए तो शरीर को स्वस्थ और बीमारियों को दूर रखा जा सकता है।
अलसी, कद्दू के बीज आदि तो सूक्ष्म पोषक तत्वों का भंडार हैं। लेकिन अगर इन्हें खाने का तरीक़ा सही न हो तो ये नुक़सान भी पहुंचा सकते हैं। आमतौर पर लोग मेवे और बीजों को कच्चा ही खा लेते हैं, जिससे ये फ़ायदा पहुंचाने के बजाय समस्या पैदा कर सकते हैं।
बादाम
रोज़ चार-पांच बादाम खाने से दिमाग़ तेज़ होता है और तरावट आती है। परंतु अमूमन लोग इसे कच्चा खा लेते हैं। कच्चा बादाम खाने से यह आसानी से नहीं पचता, कब्ज़ हो सकता है और चबाने में समस्या भी हो सकती है। सही तरीक़ा है कि इसे रात को थोड़े-से पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट इसे छीलकर बारीक होने तक चबाएं। बादाम को हल्का-सा रोस्ट करके पाउडर बना सकते हैं। रात को दूध में मिलाकर पीना फ़ायदेमंद होगा। खीर, हलवा आदि में इसका पाउडर मिलाकर भी खा सकते हैं।
अलसी सीड्स
ये बीज वास्तव में पोषण के पावरहाउस की तरह होते हैं, जो ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर से भरपूर होते हैं। लेकिन इन्हें कच्चा नहीं खाना चाहिए। ये आसानी से नहीं पचते, जिससे कब्ज़, पेट में सूजन, गैस, पेट में दर्द और उल्टी महसूस हो सकती है। अलसी के बीज को पहले धीमी आंच पर ख़ुशबू आने तक भूनें और फिर खाएं। इन्हें भूनकर पाउडर बना सकते हैं। रोज़ एक चम्मच यह पाउडर खा सकते हैं या इसे सलाद और खीर आदि में मिला सकते हैं। दिनभर में 1 छोटा चम्मच लें। रात में इसका सेवन करने से पाचन सही रहता है।
कद्दू सीड्स
तरबूज़ और खरबूज के बीज की तरह कद्दू के बीज में भी बहुत पोषण होता है। तरबूज़ और खरबूज के बीजों को तो कच्चा खाया जा सकता है, परंतु कद्दू के बीज कच्चा खाने से बचना चाहिए। इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं जिससे फूड पॉइज़निंग हो सकती है। इससे डायरिया, उल्टी, बुख़ार और पेट में दर्द हो सकता है। इसलिए इन्हें खाने से पहले रोस्ट करें और फिर खाएं। इन्हें सूप, सलाद में मिलाकर खा सकते हैं। एक छोटा चम्मच सेवन करना काफ़ी है।
चिया सीड्स
यह फाइबर, ओमेगा फैटी एसिड, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट का एक बड़ा स्रोत है। शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में भी इसे कारगर माना जाता है, इसलिए कुछ लोग इसे अपने आहार में शामिल करने लगे हैं। परंतु इसे अन्य बीजों की तरह सूखा नहीं खाया जाता और न ही रोस्ट करके खा सकते हैं। चिया बीज को रातभर पानी में भिगोकर रखते हैं जिससे ये फूल जाते हैं। अगले दिन इसकी स्मूदी बनाकर, सलाद, पुडिंग या खीर में मिलाकर सेवन कर सकते हैं। इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए इसलिए दिनभर में 1-2 बड़े चम्मच से ज़्यादा इसका सेवन न करें।
ऐसे खाएं मेवे और बीज
काजू, बादाम, अखरोट, तरबूज़ और खरबूज के बीज, कद्दू के बीज व अलसी के बीज को रोस्ट कर लें। काजू, बादाम और अखरोट के छोटे-छोटे टुकड़े करें और बाकी बीज में मिलाकर एक जार में रख लें। रोज़ एक मुट्ठी खाएं। इन्हें पीसकर पाउडर बना सकते हैं और दूध, सलाद आदि में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।