मुंबई–हावड़ा मार्ग पर दबाव होगा कम, अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन संभव
अकोला-महाराष्ट्र में रेलवे नेटवर्क को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। भुसावल–वर्धा तीसरी और चौथी रेलवे लाइन परियोजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना से देश के प्रमुख मुंबई–हावड़ा रेल मार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा और अतिरिक्त यात्री ट्रेनों का संचालन संभव हो पाएगा।इस परियोजना की कुल लंबाई 314 किलोमीटर है, जिस पर लगभग ₹9,197 करोड़ का खर्च आएगा। इस मार्ग पर 72 रोड ओवर/अंडर ब्रिज और 1 रेल ओवर रेल ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।
इस परियोजना से जळगांव, बुलढाणा, अकोला, अमरावती और वर्धा जिलों को लाभ मिलेगा। बढ़ते रेल यातायात के कारण उत्पन्न होने वाली बाधाएं कम होंगी और ट्रेनों के समयबद्ध संचालन में सुधार होगा। साथ ही, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।इसके अलावा, इस परियोजना के चलते लगभग 45 करोड़ किलोग्राम CO₂ उत्सर्जन में कमी आएगी, जो प्रभाव में 1.8 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर होगी।रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर के इस विस्तार से महाराष्ट्र का रेलवे नेटवर्क अधिक सक्षम बनेगा और राज्य के आर्थिक विकास को भी नई गति मिलेगी।