मुंबई- पांचवी और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों के लिए महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे की सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. महाराष्ट्र में अब पांचवी और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे के लिए वार्षिक परीक्षा आयोजित की जाएगी. ये नियम स्टेट बोर्ड के बच्चों के लिए लागू होगा. अगर अगली कक्षा में प्रवेश चाहि तो बच्चों को वार्षिक में उत्तीर्ण होना होगा जरूरी होगा. वार्षिक परीक्षा में असफल हुए छात्रों को परीक्षा पास करने के लिए एक और मौका दिया जाएगा.
राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार, अगर बच्चे दोबारा लिए गए परीक्षा में असफल पाया जाते हैं तो ऐसे में उन्हें अगली कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि प्राथमिक शिक्षा पूरी होने तक किसी भी छात्र को स्कूल से नहीं निकाला जाएगा. महाराष्ट्र राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद कक्षा 5वीं और कक्षा 8वीं के लिए वार्षिक परीक्षा, पुन: परीक्षा और मूल्यांकन प्रक्रिया निर्धारित करेगी.
30 जून से खुलेंगी स्कूल
फिलहाल भीषण गर्मी को लेकर महाराष्ट्र के विर्दभ में स्कूल बंद हैं. गुरुवार (22 जून) को गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार ने 26 जून की बजाय 30 जून से स्कूल खोलने का निर्णय लिया. जिन स्कूलों को महानगर पालिका और जिला परिषद संचालित कर रहे हैं वो स्कूल अब 26 जून की बजाय 30 को खोले जाएंगे.
महाराष्ट्र के विर्दभ इलाके में भीषण गर्मी पड़ रही है. ऐसे में बच्चों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके चलते 30 जून से स्कूलों को खोलने का निर्णय किया गया है. इतना ही नहीं, अगर 30 जून तक मौसम नहीं बदलता है तो विदर्भ के स्कूल आगे भी बंद किए जा सकते हैं. महाराष्ट्र के विदर्भ में 11 जिले आते हैं. राज्य सरकार ने ये साफ किया था कि ये फैसला सीबीएसई के स्कूलों पर लागू नहीं होगा.