अकोला- गुजरात में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे में अकोला की ऐश्वर्या तोष्णीवाल बाल-बाल बच गईं। अहमदाबाद के गुजरात कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट मेडिकल कॉलेज में डीएम एकोपैथोलॉजी के दूसरे वर्ष की छात्रा ऐश्वर्या, उस वक्त हॉस्टल की दूसरी इमारत की पांचवीं मंजिल पर सो रही थीं, जब पास ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस भयावह हादसे में उन्होंने अपनी सूझबूझ और हिम्मत से अपनी जान बचाई। दुर्गा चौक, अकोला की निवासी ऐश्वर्या तोष्णीवाल ने बताया कि वे अपने दादाजी का जन्मदिन मनाकर ही अकोला से अहमदाबाद लौटी थीं। अचानक हुए जोरदार धमाके से उनकी नींद खुली।
उठकर देखा तो चारों ओर धुआं ही धुआं था। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, ऐश्वर्या ने तुरंत खुद को एक चादर में लपेटा और अंधेरे व धुएं के बीच से रास्ता तलाशते हुए पांचवीं मंजिल से नीचे उतरकर अपनी जान बचाई। इस दौरान उनके चेहरे, हाथों और पैरों पर जलने के निशान आ गए।
बेटी का फोन आते ही पिता के हाथ-पैर फूले
डरी हुई ऐश्वर्या ने तुरंत अपने पिता अमोल तोष्णीवाल को फोन किया, जो उस समय अकोला के दुर्गा चौक स्थित अपनी साड़ी की दुकान पर थे। बेटी का फोन आते ही वे घबरा गए और दुकान बंद कर तुरंत घर चले गए। अमोल तोष्णीवाल ने बताया, “टीवी पर खबरें देखते ही हमारा तो सिर ही सुन्न हो गया। लेकिन भगवान की कृपा से हमारी बेटी इतने बड़े हादसे से बच गई।”
दादा-दादी की आँखों में भी छलके आँसू
मां माधुरी तोष्णीवाल और दादा-दादी की आँखों में भी आंसू तरणने लगे। दादाजी ने कहा, “पोती हमारे जन्मदिन के लिए आई थी, लेकिन उसे ऐसे हादसे का सामना करना पड़ा। भगवान का सौ बार शुक्रिया कि वह सकुशल है।” सदमे में आए तोष्णीवाल परिवार ने इस दुर्घटना में घायल हुए और जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ऐश्वर्या ने कहा, “यह मेरे जीवन का सबसे भयानक अनुभव था, जिसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगी।”
गुजरात विमान हादसे में 265 की मौत, महाराष्ट्र के 10 शामिल
गुजरात के अहमदाबाद में कल (12 जून) हुए एयर इंडिया विमान हादसे में कुल 265 लोगों की मौत हो गई है। इसमें विमान में सवार 241 यात्री और विमान जिस हिस्से में गिरा, वहां के 24 लोग शामिल हैं। महाराष्ट्र के 10 लोगों की भी अहमदाबाद हादसे में मौत हुई है। इसमें मुख्य पायलट सुमित सभरवाल के साथ दीपक पाठक, मैथिली पाटील, रोशनी सोनघरे, अपर्णा महाडिक, साइनीता चक्रवर्ती जैसे क्रू मेंबर्स शामिल हैं। इसके अलावा मयूर पाटील, यशा कामदार, आशा पवार, महादेव पवार जैसे यात्री भी इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का शिकार हुए हैं।