कोरोना वायरस के बाद पहली बार 10वीं और 12वीं के छात्रों की परीक्षा पहले की तरह होने जा रही है। इसलिए दो पेपरों में एक दिन का ब्रेक दिया जाएगा ताकि छात्रों को परीक्षा का तनाव न हो और उन्हें पढ़ाई का बोझ महसूस न हो। इस पृष्ठभूमि में बोर्ड द्वारा तैयार किए गए वर्तमान टाइम टेबल में थोड़ा बदलाव हो सकता है।
पाठ्यक्रम में 25 प्रतिशत की कटौती भी की गई

- महाराष्ट्र में 10वीं-12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए छह हजार परीक्षा केंद्र होंगे
 - 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा एक फरवरी से शुरू होगी
 - 12वीं की परीक्षा 21 फरवरी और 10वीं की परीक्षा 2 मार्च से शुरू होंगी
 - कक्षा 10वीं में 16.27 लाख और कक्षा 12वीं में 14.43 लाख छात्र-छात्राएं शामिल होंगे
 - 100% पाठ्यक्रम पर आधारित होगा प्रश्न पत्र
 
दो पेपरों में एक दिन की छुट्टी
कोरोना वायरस के बाद पहली बार 10वीं और 12वीं के छात्रों की परीक्षा पहले की तरह होने जा रही है। इसलिए दो पेपरों में एक दिन का ब्रेक दिया जाएगा ताकि छात्रों को परीक्षा का तनाव न हो और उन्हें पढ़ाई का बोझ महसूस न हो। इस पृष्ठभूमि में बोर्ड द्वारा तैयार किए गए वर्तमान टाइम टेबल में थोड़ा बदलाव हो सकता है। बोर्ड के अधिकारियों ने यह भी कहा कि परीक्षा की शुरुआत पहले की तारीख पर ही होगी, लेकिन कुछ पेपर की तारीख आगे-पीछे हो सकती है।




