मोबाइल नंबर के आगे +91 भारत में इस कोड का उपयोग कब-क्यों किया यहाँ जाने ..

India’s Country Code: आज के समय में किसी इंसान के लिए मोबाइल फोन उतना ही जरूरी होता जा रहा है, जितना खाना, पीना, सोना और बाकी जरूरी काम. आजकल लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में मोबाइल फोन इस कदर शामिल हो चुका है कि इसके बिना उनका कोई काम पूरा नहीं होता. इस छोटे से फोन में इतना सब कुछ समा चुका है कि इसके बिना रहना जैसे सांसों के बिना रहना लगता है. पढ़ाई-लिखाई से लेकर बैंकिंग तक बहुत सी अन्य चीजें आपको सिर्फ एक फोन में ही देखने को मिल जाती हैं.

मोबाइल फोन एक सबसे ज्यादा जिस जरूरी काम के लिए इस्तेमाल होता है वह है कॉलिंग. अपने मोबाइल फोन पर केवल चंद नंबर दबा कर आप सेकंडों में सैंकड़ों किलोमीटर दूर बैठे किसी इंसान से आसानी से बात कर सकते हैं. क्या आपने कॉल करते हुए कभी एक चीज नोटिस की है कि मोबाइल नंबर के आगे +91 कोड लिखकर आता है? हम में से शायद अधिकतर लोग जानते होंगे कि यह भारत का कोड होता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि भारत का कोड +91 ही क्यों रखा गया. इसके पीछे की वजह क्या है? आइए आज इसका जवाब हम आपको अपनी इस खबर में बताने वाले हैं.

पहले इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन को समझिए

कंट्री कॉलिंग कोड या कंट्री डायल-इन कोड्स का इस्तेमाल मोबाइल नंबर की शुरुआत में होता है. इससे इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन (ITU) के मेंबर या फिर उस रीजन में मौजूद टेलीफोन सब्सक्राइबर से जुड़ा जा सकता है. भारत के लिए ये कोड +91 रखा गया है, जबकि पाकिस्तान के लिए +92 कोड का इस्तेमाल होता है. ITU एक स्पेशल एजेंसी होने के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र का हिस्सा भी है. इसे इंफॉर्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी से जुड़े हुए मुद्दों की देखरेख के लिए 17 मई 1865 को बनाया गया था. विश्व के तकरीबन 193 देश इस यूनियन का हिस्सा हैं. कंट्री कोड देना इसी एजेंसी का काम है.

इंडिया को इसलिए मिला +91 कोड

दरअसल, कंट्री कोड का इस्तेमाल एक देश से दूसरे देश में कॉलिंग के समय किया जाता है. जब आप अपने ही देश में कोई कॉल करते हैं तो उस समय ये कोड ऑटोमेटिक लग जाता है. इसके अलावा, किसी भी इंटरनेशनल नंबर को डायल करते समय आपको उस देश का कोड जरूर इस्तेमाल करना होगा. किसी देश के कोड का फैसला उनके जोन और जोन में उनके नंबर के आधार पर किया जाता है. जैसे अगर बात भारत की ही करें तो भारत 9वीं जोन का हिस्सा है. इस जोन में अधिकतर मिडिल ईस्ट और साउथ एशिया के देश आते हैं. इस जोन में भारत को 1 कोड मिला हुआ है, इसलिए भारत का इंटरनेशनल डायलिंग कोड +91 बना. वहीं अफगानिस्तान का कोड +93, तुर्की का +90 और श्रीलंका को + 94 कोड मिला हुआ है.

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