मुंबई- मध्य प्रदेश में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा खोलने के बाद अब इसी तर्ज पर महाराष्ट्र में मराठी भाषा में चिकित्सा शिक्षा शुरू की जाएगी। अगले शैक्षणिक वर्ष यानि 2023 से मराठी भाषा के माध्यम से चिकित्सों की पढ़ाई की जाएगी। इस बीच मराठी भाषा में मेडिकल का कोर्स करने की तैयारी पिछले 2 महीने से चल रही थी। इसके लिए विभिन्न विशेषज्ञों की एक कमेटी भी गठित की गई है।
16 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा भोपाल में चिकित्सा शिक्षा के हिंदी पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया गया है। मध्य प्रदेश हिंदी में चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। शाह द्वारा हिंदी पाठ्यक्रम की पाठ्यपुस्तक का भी अनावरण किया गया है।
इसके साथ ही मराठी के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा का विकल्प सिर्फ एक विकल्प बनने जा रहा है इसके लिए कोई प्रतिबंध नहीं होगा। मराठी के माध्यम से चिकित्सा शिक्षा छात्रों के लिए पूरी तरह से वैकल्पिक विकल्प होगा। अब छात्र मराठी भाषा के माध्यम से एमबीबीएस(mbbs), आयुर्वेद ( Ayurveda ), होम्योपेथी ( homeopathy), दंत चिकित्सा ( dental), नर्सिंग (nursing), फिजियोथेरेपी (physiotherapy) जैसे पाठ्यक्रमों का अध्ययन कर सकते हैं।
महाराष्ट्र में एमबीबीएस की शिक्षा देने के लिए कुल 62 कॉलेज हैं। इसमें 10,045 छात्र पढ़ते हैं। केंद्र सरकार के अधीन 27 सरकारी और नगरपालिका कॉलेज, 20 निजी कॉलेज, 12 संबद्ध विश्वविद्यालय और 3 मेडिकल कॉलेज हैं। हालांकी भाषा में इस बदलाव के बावजूद मेडिकल सिलेबस में कोई बदलाव नहीं किया गया है।